
Burning Of Stubble Is Illegal : मध्य प्रदेश पराली जलाने के मामले में देशभर में पहले नंबर पर है. वहीं, श्योपुर जिला प्रदेश में पहले नंबर पर है.हालांकि, पराली को लेकर हरियाणा और पंजाब के किसानों का नाम बदनाम जरूर है. लेकिन एमपी के किसान देश में सबसे आगे हैं. यह खुलासा खुद कृषि मंत्रालय के एक रिपोर्ट में किया गया है.
श्योपुर में किसानों के लगातार पराली जलाने के कारण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. दिल्ली की हालत तो किसी से छुपी ही नहीं. स्थिति काफी गंभीर हैं. हवा में जहर घुला हुआ है. तो वहीं, सरकार की किसानों को पराली न जलाये जाने के दो टूक आदेश के बाद भी किसान पराली जला रहे हैं. श्योपुर में जिला प्रसाशन की लाख समझाई के बाद भी किसान पराली जला रहे हैं. तो वहीं, अब पराली जलाने वाले किसानों पर जिला प्रसाशन ने सख़्ती अपनाने के साथ जुर्माना लगाने की कार्रवाई शुरू की है.
श्योपुर कलेक्टर अर्पित वर्मा के आदेश के बाद जिला प्रसाशन के अधिकारियों की टीम गांव-गांव पहुंचकर किसानों को पराली जलाने से खेतों की उर्वरक शक्ति कम होने और पराली जलाने से वातावरण के दूषित होने से हवा में बढ़ते प्रदूषण के खतरे को समझते हुए किसानों को पराली नहीं जलाने का पाठ पढ़ाया. इसके बाद जो किसान नियम को अमल में नहीं ला रहे उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है.
एमपी सरकार ने प्रदेश में 1 मई से नया नियम लागू किया
सरकारी रिपोर्ट की मानें तो पराली जलाने के मामले में मध्य प्रदेश पहले नंबर है. इसकी वजह से कई जिलों में मिट्टी की उत्पादकता प्रभावित हुई हो रही है. 44 प्रतिशत तक उर्वरा शक्ति घट चुकी है. इस रिपोर्ट के बाद सरकार ने सख्ती अख्तियार की है. एमपी सरकार ने प्रदेश में 1 मई से नया नियम लागू किया है. यदि एमपी में कोई किसान नरवाई जलाता है तो वे नए नियम के अनुसार, सीएम किसान कल्याण योजना से वंचित हो सकता है. इसका लाभ नहीं मिलेगी. बता दें, धरती हमारी मां है. इसकी सेहत का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है. सरकार गंभीरतापूर्वक तरीके से किसानों से पराली न जलाने की अपील की है.
श्योपुर: करीब 300 किसानों पर कार्रवाई की गई
श्योपुर में अब तक करीब 300 किसानों पर कार्रवाई की गई है. 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. किसानों को जागरूक करने के लिए कलेक्टर अर्पित वर्मा के आदेश पर ग्राम स्तर पर टीमें पहुंचकर जागरूक कर रही हैं. पराली के जलाने की वजह वैकल्पिक जुगाड़ बता रही हैं. ताकि पराली का सही प्रयोग किया जा सके.
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