विद्यालय को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है. इस शिक्षा के मंदिर में बच्चों को किताबी पढ़ाई-लिखाई के साथ साफ़-सफाई व स्वच्छता आदि को लेकर भी पाठ पढ़ाया जाता है... लेकिन क्या हो जब साफ़-सफाई का पाठ पढ़ाने वाले इसी मंदिर में जगह-जगह धूल की चादर पसरी दिखाई दे. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के देवास (Dewas) ज़िले से सामने आया है. जहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नंबर 1 (Government Higher Secondary School No. 1) के हालत ऐसे हैं मानों ये स्कूल सालों से बंद पड़ा हो. तभी तो इस स्कूल के टेबल, कुर्सी और डेस्क से लेकर मैदान हर तरफ गंदगी और धूल-मिट्टी का अंबार देखने को मिल रहा है. आलम ऐसा है कि इस स्कूल में परीक्षा देने पहुचें बच्चे धूल से सजी टेबल-कुर्सी पर बैठने को मजबूर है.
छात्रों को गंदे डेस्क पर देना पड़ी परीक्षा
ये तस्वीरें देवास के श्री नारायण विद्या मंदिर से तस्वीर सामने आई है. शिक्षा के इस मंदिर का नाम तो श्री नारायण विद्या मंदिर (Shri Narayan Vidya Mandir) है लेकिन इस भवन में साफ़-सफाई का अभाव नज़र आया. दरअसल, प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है. ऐसे में श्री नारायण विद्या मंदिर नंबर 1 में आज बोर्ड की परीक्षा आयोजित हो रही थी... लेकिन छात्रों को गंदे डेस्क पर बैठकर ही पेपर देना पड़ा. स्कूल के क्लासरूम से लेकर परीक्षा हॉल तक कहीं पर सफाई नहीं नज़र आई और इसी धूल जमी टेबल कुर्सी पर बैठकर छात्र-छात्राओं ने बोर्ड की परीक्षा के पेपर हल किया.
NDTV के सवाल के बाद जगे ज़िम्मेदार
जब स्कूल प्रभारी से इस साफ सफ़ाई के अभाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने आगे से साफ सफाई कराने की बात कही. यही नहीं, क्लासरूम से लेकर इस स्कूल के शौचालयों का भी हाल बुरा नज़र आया. खासतौर से महिला शौचालय की हालत बेहद खराब थी. कुल मिलाकर शिक्षा के इस मंदिर में शिक्षक खुद ही साफ़-सफाई को लेकर जागरूक नजर नहीं आए. अब ये शिक्षक विद्यार्थियों को किस तरह की शिक्षा देते होंगे, इस पर कुछ कह पाना मुश्किल है. देश भर में सरकार स्वच्छता को लेकर सभी को जागरुक करते हुए नज़र आते हैं लेकिन यहां पर विद्या का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में टीचर ही स्वच्छता की धज्जियां उड़ाते हुए नज़र आए.
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NDTV की टीम को देखकर प्रभारी नींद से जागे और महिला सफाई कर्मचारी पर नाराज़गी दिखाते हुए नज़र आए. सवाल-जवाब के दौर के बाद देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता (Dewas Collector Rishabh Gupta) ने NDTV से बात की और इस बात को स्वीकार किया किदो-तीन स्कूलों की शिकायत उनके पास आई थी. अब कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.
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