
Digvijay Singh Statement : मध्य प्रदेश की राजनीति में एक दम से इंदौर के बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे रुद्राक्ष का नाम चर्चा में आ गया. बेटे की हरकतों से पिता की शाख पर बट्टा लगा है. देवास स्थित मां चामुंडा मंदिर में बीती देर रात दर्शन करने को लेकर विवाद करना भारी पड़ सकता है. हूटरशाही और सत्ता के नशे में चूर बीजेपी विधायक पुत्र की इस मामले पर हर ओर निंदा की जा रही है. वहीं, अब कांग्रेस भी इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया है.
सीहोर जिला मुख्यालय पर अल्प प्रवास पर रुके पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस प्रकार आधी रात को देवास में मां चामुंडा मंदिर के पट बंद थे, तब दर्शन करने के लिए भाजपा विधायक के बेटे द्वारा पट खुलवाए गए. मंदिर के मुख्य पुजारी को धमकाया गया. यह निंदनीय है. कहा कि मैं इसकी निंदा करता हूं. मांग करता हूं कि पुजारी की एफआईआर पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए.
दिग्विजय ने दिया ये तर्क
वक्फ बिल को लेकर उन्होंने कहा कि मैं इस बिल का विरोध करता हूं. संविधान में हर धर्म के लोगों को मठो, मंदिरों और अपने धर्मस्थलों की व्यवस्था करने का अधिकार है. मंदिरों में कोई दूसरे धर्म का व्यक्ति शामिल नहीं, गुरु प्रबंधक समितियों में और गिरिजाघरों की व्यवस्था में भी कोई बाहर का आदमी शामिल नही होता. यहां वक्फ में जो इस्लाम को नहीं मानते उनको क्यों रखा जा रहा है.
जानें क्या था पूरा मामला
बीती देर रात 12 बजे के बाद इंदौर के BJP विधायक गोलू शुक्ला का बेटा रुद्राक्ष शुक्ला देवास की प्रसिद्ध माता टेकरी पर 10 से अधिक वाहनों का काफिला लेकर ऊपर चढ़ गया. रुद्राक्ष शुक्ला पुजारी के बेटे से जिद करने लगा कि मंदिर का पट खोला जाए. उसने ऐसा नहीं किया तो उसके साथ मारपीट कर दी. ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है.