Rohini Kalam Suicide: भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाली देवास की बेटी मार्शल आर्ट की खिलाड़ी रोहिणी कलम द्वारा आत्मघाती कदम उठाने को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बेटी के अचानक इस तरह दुनिया से विदा होने पर परिवार गम के आगोश में डूबा हुआ है. पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. अचानक रोहिणी द्वारा इस तरह आत्महत्या करना कहीं ना कहीं, मानसिक रूप से परेशान होने की बात सामने आ रही है. रोहिणी के पेट में गठान थी और उसका ऑपरेशन होने के बाद उसकी शारीरिक कमी उसके कार्यशैली में दिखने लगी थी.

आत्महत्या करने से पहले जु-जुत्सु संघ (Jujitsu Association) के अध्यक्ष व कोच को सुबह मोबाइल पर फोन लगाया था. गुड मॉर्निंग कहा और काम को लेकर पूछा, जिसका कुछ देर बाद रोहिणी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

स्कूल प्रबंधन पर आरोप
परिवार और कोच ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए बताया कि पेट के ऑपरेशन के बाद उसे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में दिक्कत आ रही थी. उसको लेकर स्कूल प्रबंधन उस पर दबाव बना रहा था. रोहिणी कलम मध्य प्रदेश का गौरव थी. उसने देवास का नाम वर्ल्ड लेवल पर रोशन किया था.
विक्रम अवॉर्ड के लिए कर रही थी प्रयास
घर में इस बात के साक्ष्य मेडल और प्रमाण पत्र खुद बयां कर रहे हैं. रोहिणी ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कई पदक जीते थे. उसने कई खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनाया था. रोहिणी विक्रम अवॉर्ड के लिए प्रयास कर रही थी, लेकिन उसे सफलता हासिल नहीं हो रही थी. पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया 4-5 महीने पहले उसका पेट का ऑपरेशन हुआ था.
उसके बाद से पीठ में दर्द रहता था. इससे वह पहले की तरह मार्शल आर्ट में रह पाती थी. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाई पर पहुंचने के बाद एकदम खेल में गिरावट आने की बात से परेशान रहती थी. खैर फिलहाल पुलिस आत्महत्या के हर बिन्दुओं पर जांच कर रही हैं.