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This Article is From Jan 08, 2024

देवास नगर निगम के आर्थिक हालात हुए खस्ता, कर्मचारियों को 2 महीने से नहीं मिला वेतन

देवास नगर निगम के हालात आर्थिक हालात खस्ता हो गए हैं. विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दो-दो महीने से तनख्वाह तक नहीं मिली है. कई कर्मचारियों ने किश्तों पर सामान खरीदें हुए हैं. ऐसे में वे उधार लेकर बैंक की किश्त जमा कर रहे हैं. तनख्वाह नहीं मिलने की हताशा निगम के कर्मचारियों में साफ तौर पर झलक रही है.

देवास नगर निगम के आर्थिक हालात हुए खस्ता, कर्मचारियों को 2 महीने से नहीं मिला वेतन

देवास में करोड़ों का राजस्व वसूल करने वाली नगर निगम के आर्थिक हालात खस्ता हो गए हैं. हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि यहां के अधिकारियों और कर्मचारियों को दो-दो महीने से तनख्वाह तक नहीं मिली है. तनख्वाह नहीं मिलने की हताशा निगम के कर्मचारियों में साफ तौर पर झलक रही है. वेतन न मिलने के चलते कर्मचारियों घर का बजट भी गड़बड़ा रहा है, क्योंकि किराना, दूध, मकान, बिजली के बिल जैसे तमाम खर्चों की पूर्ति मासिक तनख्वाह से ही होती है. विवशता ऐसी है कि कर्मचारी काम कर रहे हैं और उन्हें अपने महीने के खर्चे के लिए दूसरों से उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है.

तनख्वाह में देरी के चलते बिगड़ा घर का बजट 

नगर निगम में अधिकारियों-कर्मचारियों को तनख्वाह शासन की ओर से चुंगी क्षतिपूर्ति (Toll Compensation) आने पर प्राप्त होती है. पिछले कुछ महीने से यह राशि समय पर नहीं आ रही है. ऐसे में अधिकारियों-कर्मचारियों की तनख्वाह अटक रही है. हालांकि नगर निगम में ऐसे कर्मचारी जिनकी तनख्वाह कम हैं, उन्हें भुगतान दिया गया है. समस्या तो यह है कि जो नगर निगम की आर्थिक स्थित अधिकारी-कर्मचारी काम तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें तनख्वाह नहीं मिल रही है. वहीं, कई कर्मचारियों ने किश्तों पर सामान खरीदें हुए हैं और कई कर्मचारियों के लोन भी चल रहे हैं जिनके चेक बाउंस होने का डर बना हुआ है. ऐसे में वे उधार लेकर बैंक की किश्त जमा कर रहे हैं.

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उपायुक्त देवबाला पिपलोनिया ने कहा कि यह बात सच है कि हमें दो महीने की सैलेरी नहीं मिली है. सभी जानते हैं कि नगर निगम की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. हम लोग राजस्व बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. अभी ऑनलाइन वसूली पर रोक है. हमारी राजस्व विभाग की टीम ऑफ लाइन वसूली कर रही है. हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि नगर निगम स्थिति से उबर जाएं. नगर निगम के कर्मचारी नेता विकास शर्मा का कहना है कि दो महीने से तनख्वाह नहीं मिली है. हमने पत्र व्यवहार किया है. चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि में विलंब हाे जाता है, जिससे हमारी तनख्वाह में देरी होती है. इस मामले में आयुक्त रजनीश कसेरा का कहना है कुछ तकनीक कारणों से वेतन भुगतान में समस्या हुई है. सिर्फ एक माह का वेतन ही नहीं हुआ है जो प्रक्रिया में है. शीघ्र ही सभी अधिकारियों व कर्मचारियों काे वेतन का भुगतान हो जाएगा.

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