
Shahdol District Hospital: प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं, उपकरणों और मौजूदा व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और अस्पताल प्रशासन से विस्तृत जानकारी ली.
500 बिस्तरों तक अस्पताल के विस्तार की जरूरत
निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि 300 बिस्तरों वाला यह अस्पताल अब पर्याप्त नहीं हो रहा है. बढ़ती जनसंख्या और मरीजों की संख्या को देखते हुए इसे कम से कम 500 बिस्तरीय अस्पताल के रूप में उन्नत किए जाने की तत्काल जरूरत है.
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर गंभीर चिंता
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर अभी भी चिंताजनक स्तर पर है. इस दिशा में और अधिक संवेदनशील होकर तेजी से काम करने की आवश्यकता है, ताकि प्रत्येक परिवार को सुरक्षित मातृत्व और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य की गारंटी दी जा सके.
अव्यवस्थाओं को लेकर दिए स्पष्ट निर्देश
निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में देखी गई कुछ अव्यवस्थाओं और संसाधन प्रबंधन की कमियों पर असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी भी स्थिति में असुविधा नहीं होनी चाहिए और व्यवस्थाओं में तुरंत सुधार के ठोस कदम उठाए जाएं.
दवाओं की जांच पेंडेंसी पर बड़ा बयान
जब दवा परीक्षण को लेकर राज्य की सरकारी लैब्स में जांचें लंबित होने से जुड़े सवाल पूछे गए, तो डिप्टी सीएम ने स्वीकार किया कि यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि “ये बात सही है, सभी लैब्स को तुरंत अपडेट किए जाने की जरूरत है, ताकि दवाओं की जांच में देरी न हो और त्वरित रिपोर्ट उपलब्ध हो सके.”
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शहडोल दौरे में कई महत्वपूर्ण निर्देश
शहडोल प्रवास के दौरान मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने साफ संकेत दिए कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को अगले स्तर पर ले जाने की तैयारी चल रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार, संसाधनों का विस्तार और लैब्स के आधुनिकीकरण को शीर्ष प्राथमिकता दी जाएगी.
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