सिवनी के नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में पड़ गई है. पालिका अध्यक्ष के ऊपर भाजपा प्रत्याशी ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने और गलत जानकारी देने का आरोप लगा दिया है. सिवनी नगर पालिका परिषद कांग्रेस पार्षद व नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को कलेक्टर ने एक सप्ताह पहले नोटिस जारी किया था.
माननीय कोर्ट ने कलेक्टर को दिया आदेशजबलपुर न्यायालय में विशाल यादव ने याचिका लगाई थी जिसमें विशाल यादव ने नपा अध्यक्ष के जाति प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति दर्ज की थी और इस आधार पर इनका निर्वाचन रद्द करने की मांग की थी. जिसके बाद माननीय न्यायालय ने जिला कलेक्टर को आदेश दिया था कि वो 30 दिनों के अंदर संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करके सुनवाई करे और जो निर्णय करे उसके बारे में कोर्ट को सूचना दें.
इसके बाद 22 अगस्त को कलेक्टर न्यायालय में इस मामले की पहली सुनवाई हुई थी. इस सुनवाई के बाद 29 अगस्त को सुनवाई की अगली तारीख रखी गई है. आपको बता दे कि शफीक खान ने पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड से चुनाव जीतकर पार्षद बने थे. बाद में वो कांग्रेस के पार्षदों के समर्थन से पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सिवनी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बन गए थे. शफीक खान पिछले 6 बार से पार्षद बनते आ रहे हैं.
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भाजपा और कांग्रेस की इस हैं अलग-अलग राय
इस मामले में भाजपा का कहना है कि उन्होंने जाति प्रमाण पत्र पर आपत्ति वाले अपने सबूत, दस्तावेज पेश कर दिए है, उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है हम निर्णय का इंतजार करेंगे.वहीं कांग्रेस का इस पर कांग्रेस ने कहा है कि सत्ता के लिये भाजपा कुछ भी कर सकती है , लोकतंत्र की हत्या इस दल की आदत हो गई है , नपा में जनता के बहुमत से बनी कांग्रेस के परिषद अध्यक्ष को हटाने के लिये ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं.