
Lawaghoghari Murder Case : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की लावाघोघरी पुलिस ने 5 महीने पहले हुए जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामला 30 जुलाई का है. इस थाना क्षेत्र में एक युवक की सिर कटी लाश मिली थी. इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस जुटी हुई थी. आखिरकार इस हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया.
यह थी घटना
दरअसल जिले के भवारी के जंगल में एक अज्ञात पुरूष का सिर कटा शव मिला था. उसके प्राइवेट पार्ट को भी बेरहमी से काट दिया गया था. इतना ही नहीं हत्यारों ने इस जघन्य हत्याकांड के बाद सिर को लाश के पास से गायब कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड की जब सघनता के साथ जांच की तो मृतक की शिनाख्त मानिक लाल देवमन शीलू के रूप में हुई थी. जिनके परिजनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि उसका कुछ लोगों के साथ जमीनी विवाद चल रहा था. पुलिस ने संदेही 35 साल के किशनू और 28 साल के मनेश से पूछताछ की तो मामला खुल गया.
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ऐसे दिया था घटना को अंजाम
ASP अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि मनेशराम उर्फ मनेश और किशनू ने मानिकलाल की हत्या करने के लिए रामलाल को सुपारी दी थी. इसके बाद इसकी हत्या की प्लानिंग हुई. 27 जुलाई 2023 को मानिकलाल मजदूर ढूंढने के लिए श्रीदास धुर्वे और ओमप्रकाश उर्फ नितेश के साथ दीप संगम गांव गया था. रामलाल भी पीछा करते करते दीप संगम पहुंचा. रामलाल ने श्रीदास धुर्वे,ओमप्रकाश, रहप से मनेश शीलू, किशनू शीलू, मुपतलाल शीलू को बुलाया और संगम दीप भवारी चौराहे पर सभी इकट्ठा हो गए. रामलाल एवं उनके साथियों द्वारा योजनाबध्द तरीके से मानिकलाल की हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया और सिर को अपने साथ ले गए. ASP ने बताया कि रामलाल को अभी पुलिस रिमांड पर रखा गया है. इससे मामले के संबंध में और भी पूछताछ की जा रही है. बाकी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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