
मध्य प्रदेश के खंडवा में नगर निगम में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अनोखे तरीके से विरोध किया. कांग्रेसी पार्षद बैलगाड़ी पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए नगर निगम पहुंचे. उन्होंने हाथों में तख्तियां ली हुई थी जिसमें कई तरह के नारे लिखे हुए हैं. इससे पहले इन पाषर्दों ने बैलगाड़ी पर पूरे शहर में प्रदर्शन किया. नगर निगम के दफ्तर पर पहुंचने के बाद बैलों को निकाल कर निगम के गेट पर बांध दिया.
खंडवा को गांव बना दिया गया है: दीपक राठौड़
कांग्रेसी पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. बजट सत्र अप्रैल माह में होता है, लेकिन बजट सत्र नहीं बुलाकर चार माह बाद साधारण सभा बुलाई गई है. जिसमें बजट पर चर्चा होनी है. कांग्रेसी पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हम इस बैठक में बजट पर चर्चा का विरोध करेंगे और नगर निगम से जवाब मांगेगे कि बजट समय पर क्यों नहीं पेश किया गया. इसके अलावा ये भी जानकारी मांगेगें कि अब तक जितने बिल पास हुए हैं?

खंडवा नगर निगम में कथित भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने शहर भर में बैलगाड़ी से घूम कर विरोध जताया
दूसरी तरफ बैलों को नगर निगम की गेट से बांधने पर नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ ने कहा कि नगर निगम आवारा पशुओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है. आए दिन आवारा पशु शहर के लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं । इसी के चलते यहां पर सांकेतिक रूप से बैलों को बांधकर हमने विरोध दर्ज कराया है. दीपक राठौड़ ने आरोप लगाया कि खंडवा में लंबे समय से सांसद, विधायक, महापौर सभी भाजपा के हैं लेकिन जिले में कोई विकास कार्य नही हो रहा है. हमारा खंडवा शहर से गांव बनता जा रहा है.
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