Conflict Between MP Police And Forest Department: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में वन विभाग ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वन विभाग (Forest Department Madhya Pradesh) के बल प्रमुख ने मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) और रेत माफिया (Sand Mafia) की मिलीभगत का खुलासा किया है. पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव ने मुरैना पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाते हुए वन विभाग के सचिव को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग के कर्मचारी पर गस्ती के दौरान हमला करने वाला एक भी आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया है.
पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव ने पत्र में लिखा कि पुलिस की एकतरफा कार्रवाई की वजह से वन विभाग के कर्मचारियों का मनोबल गिरा है. उन्होंने कहा कि क्रॉस एफआईआर के बाद वन विभाग के कर्मचारी साढ़े चार साल जेल में रहे, जबकि वन विभाग पर हमला करने वाले एक भी आरोपी को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है.
2021 का है मामला
आपको बता दें कि पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव जिस मामले को लेकर पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं वह करीब तीन साल पुराना मामला है. साल 2021 में वन विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर ट्राली जब्त कर लिया था. जिसके बाद ट्रैक्टर ट्राली छुड़ाने आए ग्रामीणों ने वन कर्मियों पर हमला कर दिया था. इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है. जिसके बाद वन विभाग के बल प्रमुख ने विभाग के सचिव को पत्र लिखते हुए पुलिस और रेत माफिया की मिलीभगत का खुलासा किया है. साथ ही पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
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