
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) आज ED यानी प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं होंगे. सामने आई जानकारी के मुताबिक सीएम केजरीवाल (CM Kejriwal) कुछ ही देर में मध्यप्रदेश के सिंगरौली के लिए रवाना होंगे, जहां वह एक चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab Chief Minister Bhagwant Mann) भी रोड शो में शामिल होंगे.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) आज दिल्ली शराब नीति मामले पर अपना बयान देने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय नहीं जाएंगे. केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को सुबह 11 बजे केंद्रीय जांच एजेंसी के दिल्ली कार्यालय में उपस्थित होना था, लेकिन उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को एक पत्र लिखकर समन वापस लेने के लिए कहा, इसे "अवैध और राजनीति से प्रेरित" बताया.
"मुझे चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं"
इस जवाब में उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ BJP के कहने पर ही ये नोटिस भेजा गया है. साथ ही उन्होंने कहा था कि ED को चाहिए कि वह इस मामले में अपना नोटिस तुरंत वापस ले. ED के समन पर अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि ये इसलिए भी किया जा रहा है ताकि मैं चुनाव प्रचार न कर सकूं. नोटिस गैर-कानूनी और राजनीति से प्रेरित है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) उन पांच राज्यों में से एक है जहां इस साल चुनाव होने हैं. राज्य में 17 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. मतदाता 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुनेंगे.
विपक्ष के नेताओं को चुप कराने की कोशिश कर रही बीजेपी: ‘आप'
आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के नेताओं को चुप कराने की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कोशिश है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन संबंधी एक मामले की जांच के तहत दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राज कुमार आनंद के परिसरों और कुछ अन्य स्थानों पर गुरुवार को छापा मारा. ‘आप' ने इसी छापेमारी को लेकर यह प्रतिक्रिया दी हैं.
‘आप' नेता और कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो संदेश में कहा कि ब्रितानी शासनकाल के दौरान भी पुलिस छापेमारी की अनुमति लेने के लिए अदालत जाया करती थी .उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज ईडी छापे मारने का खुद ही फैसला करती है. यह विपक्ष की आवाज को चुप कराने का षड्यंत्र है. यह तरीका अपना कर बीजेपी 2024 का लोकसभा चुनाव जीत सकती है क्योंकि हालात देखते हुए यह तय है कि चुनाव के बाद उनकी वापसी नहीं होगी.'' बहरहाल, बीजेपी की दिल्ली इकाई के सचिव हरीश खुराना ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने कानून के तहत यह कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम वर्षों से यह कहते आ रहे हैं कि केजरीवाल और उनके मंत्री घोटालों में शामिल हैं. ईडी की कार्रवाई कानून के मुताबिक है. यह पता चला है कि यह छापेमारी कुछ हवाला और सीमा शुल्क संबंधी जांच को लेकर है.''
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