
नेपालनगर में बाबा साहेब अंबेडकर चौराहा पर हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों से मिलने जाने पर विधायक सुमित्रा कास्डेकर और पूर्व विधायक मंजू दादू का हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने विरोध कर दिया. ये दोनों ही कर्मचारियों की समस्या सुनने और आश्वासन देने पहुंचे थे.
विरोध का बिल्कुल भी नहीं था अंदाजादोनों को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि हड़ताल पर बैठे कर्मचारी उनका इस तरह से विरोध भी कर सकते हैं. कर्मचारी नेता गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि "जो हमारा काम करेगा वो हमारे काम का है, जो हमारा काम नहीं करेगा वो हमारे काम का नहीं है." दरअसल नगर पालिका से नेपानगर को हटाने के बाद नेपानगर में राज्य सफाई कर्मचारी हड़ताल संघ के बैनर के तले हड़ताल पर बैठे हुए हैं. सोमवार को हड़ताल का तीसरा दिन था पिछल दो दिनों से इनसे मिलने कोई नहीं आयास इस वजह से ये जनप्रतिनिधियों से नाराज हो गए थे.
विधायक ने दिया आश्वासनइनकी नाराजगी के बाद विधायका ने आश्वासन दिया है कि आपकी मांगों के निराकरण की पूरी कोशिश करूंगी.
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की मांगों की बात कि जाए तो वो इस प्रकार हैं "188 कर्मचारियों की दोबारा कार्य सेवा पर बहाली करें, पूर्व में स्वीकृत सफाई कर्मचारियों के 60 स्थाई पदों पर वरिष्ठता क्रम के अनुसार स्थाई नियुक्ति करें, कार्य सेवा में रहते हुए मृतक सफाई कर्मचारी के परिवार में एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए, नगर पालिका परिषद नेपानगर में सफाई कर्मचारियों का पीएफ प्रतिमाह वेतन से काटकर संबंधित कर्मचारी के पीएफ खाते में नियम के अनुसार जमा कर दिया जाए, कर्मचारियों की आईडी बनाई जाए, सभी कर्मचारियों को पासबुक दी जाए, जिसमें पीएफ की राशि का प्रतिमा विवरण हो."