Sidhi Human Trafficking News: कोतवाली पुलिस ने मानव तस्कर गिरोह (Human Trafficking Gang) का भंडाफोड़ किया है. शादी का झांसा देकर नाबालिक किशोरी (उम्र 14 वर्ष) को राजस्थान (Rajasthan) में बेच दिया गया, जिसमें नाबालिक किशोरी को खरीदने वाले और बेचने वाले सभी आरोपियों को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है.
शादी के झांसे में फंस गई नाबालिग किशोरी
जिले में मानव तस्करी का खेल दिनों दिन तेजी से बढ़ रहा है. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुसमी और अन्य अंचलों से नाबालिग किशोरियों को बहला फुसलाकर उन्हें शादी का झांसा दिया जाता है और बाद में दूसरे राज्यों में ले जाकर उनकी सौदेबाजी की जाती है. एक ऐसा ही मामला कोतवाली थाना अंतर्गत सामने आया है, जहां 14 साल की एक नाबालिक किशोरी को उसी के गांव के आरोपी युवक ने पहले बहलाया फुसलाया और बाद में शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया. इसके बाद उसका भरोसा जीतकर उसे राजस्थान ले जाया गया, जहां एक मानव तस्कर गिरोह के हाथों डेढ़ लाख रुपए में सौदेबाजी कर उसे बेच दिया गया.
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परिजनों की सूचना पर हरकत में आई पुलिस
परिजनों की ओर से नाबालिग किशोरी के गुम होने की सूचना लगभग तीन महीने पहले कोतवाली थाना सीधी में दर्ज कराई गई थी जिस पर कोतवाली पुलिस की ओर से धारा 363 का मामला दर्ज कर हरकत में आते हुए साइबर सेल और अन्य माध्यमों से जानकारी जुटाना शुरू किया गया. परिजनों से भी पूछताछ की गई जिसमें मिले तथ्यों के आधार पर नाबालिग किशोरी का राजस्थान में होना पाया गया.
सीधी से राजस्थान पहुंच गई पुलिस
सीधी से राजस्थान के लिए पुलिस की टीम रवाना हुई जिसका मकसद साफ था कि नाबालिग किशोरी को राजस्थान से वापस सीधी दस्तयाब कर लाना है. पुलिस राजस्थान पहुंची और मानव तस्कर को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तो हकीकत सामने आ गई. आरोपी के घर में ही नाबालिग किशोरी भी मिल गई, जिसके बाद नाबालिग किशोरी और आरोपी को पुलिस सीधी लाई. इसके अलावा जो अन्य आरोपी, जिनके द्वारा नाबालिग किशोरी की डेढ़ लाख में बिक्री की गई थी उन्हें भी गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की गई है.
पुलिस ने नाबालिग किशोरी को परिजनों को सौंपा
पुलिस के मुताबिक अपहृता के गांव के ही एक व्यक्ति ने अपहृता को गायब कर मानव तस्करी गिरोह को बेच दिया था. संदेही सूर्यभान ने अपहृता को अपने प्रेमजाल में फंसाया और शादी का झांसा देकर अपने जीजा सूरज के घर पर रखवा दिया, जिन्होंने उसे 4 महीने तक बहला-फुसला कर रखा और सिंगरौली के दिनेश (परिवर्तित नाम) माखन (परिवर्तित नाम) के माध्यम से राजस्थान के उमंग (परिवर्तित नाम) के साथ एक लाख 50 हजार रुपए में उसका सौदा कर दिया.
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सभी लोग नाबालिग लड़की को अपने साथ राजस्थान ले गए और राजस्थान में उमंग (परिवर्तित नाम) के सुपुर्द कर दिया. कोतवाली टीआई अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि नाबालिग किशोरी को राजस्थान से लाकर परिजनों को सौंपा दिया गया है और मानव तस्कर गिरोह और अन्य लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है. सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.