Kavita Patidar on Mamata Banerjee: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार ने संदेशखालि गांव में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही हैं और ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को बचा रही हैं. पाटीदार ने यह भी आरोप लगाया कि बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार ने दो केंद्रीय मंत्रियों सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को संदेशखालि पीड़ितों से मिलने की अनुमति नहीं दी.
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24-परगना जिले के संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है जिसे लेकर इलाके में तनाव है. पाटीदार ने जबलपुर में एक बैठक में भाग लेते हुए न्यूज एजेंसी 'पीटीआई-भाषा' से कहा, 'पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का नाम ममता है, लेकिन उनके राज्य में जिस तरह से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं उसे देखकर लगता है कि उनमें ममत्व का 'म' भी नहीं है.'
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'पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार'
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने संदेशखालि का दौरा करने के लिए पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय समिति का गठन किया था. संदेशाखालि में महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल नेताओं के कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. हालांकि, पिछले सप्ताह पुलिस ने निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल को संदेशखालि जाने से रोक दिया था. पाटीदार प्रतिनिधिमंडल में शामिल थीं. पाटीदार ने कहा, 'पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में संदेशखालि का दौरा किया. पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं. इन महिलाओं को बैठक के बहाने बुलाया गया और फिर उनके साथ ज्यादती की गई. वहां हमारी बहनों के साथ ये सारी दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटनाएं हो रही हैं. हमारे प्रतिनिधिमंडल को रास्ते में रोक दिया गया और संदेशखालि जाने की अनुमति नहीं दी गई. हमारे साथ दो महिला केंद्रीय मंत्री भी थीं.'
'संदेशखालि जाने देते तो सामने आ जाती हकीकत'
भाजपा सांसद ने कहा, 'पुलिस कर्मी हमें आगे बढ़ने से रोक रहे थे जबकि उन्हें मुझे और अन्य महिला नेताओं को प्रोटोकॉल और सुरक्षा प्रदान करनी थी.' उन्होंने दावा किया, 'उन्होंने हमें संदेशखालि जाने की इजाजत नहीं दी क्योंकि उन्हें लगा कि अगर वे ऐसा करेंगे तो अपराध से जुड़ी हकीकत सामने आ जाएगी.' पाटीदार ने आगे कहा, 'पुलिस कहती रही है कि उन्हें (संदेशखलि में) महिलाओं से कोई शिकायत नहीं मिली है. लेकिन जब पीड़ितों ने वीडियो कॉल के जरिए हमसे संपर्क किया, तो उन्होंने रोते हुए हमें बताया कि उनके खिलाफ कैसे अत्याचार किए गए.'
'अगर कुछ गलत नहीं किया तो जाने की इजाजत दें'
उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी के करीबी शाहजहां शेख महिलाओं के खिलाफ अत्याचार कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री उसे बचा रही है.' भाजपा सांसद ने कहा कि छह सदस्यीय भाजपा प्रतिनिधिमंडल को संदेशखालि जाने की इजाजत नहीं देना साबित करता है कि वहां अत्याचार हुए थे. उन्होंने कहा, 'अगर कुछ भी गलत नहीं है तो उन्हें चीजें स्पष्ट करने के लिए हमें वहां जाने की इजाजत देनी चाहिए थी.' उन्होंने कहा, 'लेकिन हो रहे अन्याय को खत्म करने के बजाय पुलिस ने टीम को वहां जाने से रोक दिया.'
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'महिलाओं की सुरक्षा करने में विफल ममता बनर्जी'
पाटीदार ने कहा, 'पश्चिम बंगाल में लंबे समय से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं. पहले, जब महिलाएं स्थानीय निकाय चुनावों में हिस्सा लेती थीं, तो उन्हें निर्वस्त्र कर दिया जाता था और गांव में घुमाया जाता था. लेकिन जिस तरह से ममता बनर्जी विधानसभा में बयान दे रही हैं, उससे पता चलता है कि वह अपने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा करने में विफल रही हैं और ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को बचा रही हैं.' उन्होंने कहा कि बाद में भाजपा ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से मुलाकात की और उनके सामने ये सभी मुद्दे उठाए और उन्होंने इस पर दुख और पीड़ा भी व्यक्त किया. राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट देंगे. उन्होंने कहा, 'हमने इस मामले पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक रिपोर्ट भी सौंपी है और पार्टी इस पर उचित कदम उठाएगी.'