विज्ञापन

'भारत एक हिंदू राष्ट्र है' एकजुट रहना और जाति के बंटवारे को छोड़ना हिंदुओं के लिए जरूरी: उमा भारती

Uma Bharti: भारत को एक हिंदू राष्ट्र करार देते हुए पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि एक हिन्दू के तौर पर भारत की पहचान ही इसकी धर्मनिरपेक्षता की गारंटी है. उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता सभी धर्मों को मानना ​​दिखाता है, जो कई भगवानों की पूजा और कई रीति-रिवाजों की हिंदू परंपरा में निहित है.

'भारत एक हिंदू राष्ट्र है' एकजुट रहना और जाति के बंटवारे को छोड़ना हिंदुओं के लिए जरूरी: उमा भारती
former MP CM Uma bharti said, India is a Hindu nation
भोपाल:

Hindu nation: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने शनिवार को भारत को एक हिंदू राष्ट्र बताते हुए कहा कि, लेकिन यह किसी एक धर्म को नहीं मानता या उसके आधार पर काम नहीं करता, क्योंकि भारत ''अनेकता में एकता'' के सिद्धांत पर विश्वास करता है.

भारत को एक हिंदू राष्ट्र करार देते हुए पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि एक हिन्दू के तौर पर भारत की पहचान ही इसकी धर्मनिरपेक्षता की गारंटी है. उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता सभी धर्मों को मानना ​​दिखाता है, जो कई भगवानों की पूजा और कई रीति-रिवाजों की हिंदू परंपरा में निहित है.

ये भी पढ़ें-एक ऐसा सरकारी स्कूल जहां एडमिशन के लिए लगती है होड़, घर छोड़ खुशी-खुशी किराए पर रहते हैं अभिभावक!

उमा भारती ने समझाई धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के केशव बलिराम हेडगेवार को उदधृत करते हुए उमा भारती ने कहा कि , भारत एक हिंदू राष्ट्र है...यह एक 'हिंदू स्टेट 'नहीं है, जिसका मतलब है कि यह राष्ट्र किसी एक धर्म को नहीं मानता या उसके आधार पर काम नहीं करता. भारत हिंदू स्टेट कभी नहीं होगा और हम अनेकता में एकता को मानते हैं.

जाति के बंटवारे को छोड़ना, एकजुट रहना जरूरी है

उमा भारती ने आगे कहा, 'इस्लाम, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म के होने से बहुत पहले, हिंदू अनगिनत देवी-देवताओं की पूजा करते थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जातिवाद के मुद्दे पर हिंदुओं को बंटने पर समझाते हुए कहा कि हिंदुओं के लिए जाति के बंटवारे को छोड़ना और एकजुट रहना जरूरी है.

ये भी पढ़ें-यहां सार्वजनिक शौचालय को लोगों ने कहा हैप्पी बर्थडे, फूल-माला से सजाया गया था टॉयलेट

पूर्व एमपी सीएम ने कहा कि हिंदुओं में जातियों के बीच बिखराव की वजह से ही कई समस्याएं बनी हुई हैं. उनके अनुसार आर्थिक बराबरी हिंदू एकता का आधार होनी चाहिए. उन्होंने हिंदू समाज में एकता को बढ़ावा देने के लिए अंतरजातीय शादियों को सम्मान देने की भी अपील की.

ये भी पढ़ें-Cold Wave In MP: एमपी में पड़ रही है कड़ाके की ठंड, यहां भगवान भी दुशाला ओढ़े नजर आए

सत्ता, शासन व प्रशासन में सभी की भागीदारी जरूरी

बकौल उमा भारती, 'हिंदू समाज में एकता के लिए, सत्ता, शासन और प्रशासन में सभी की भागीदारी होनी चाहिए. सरकारी और निजी स्कूलों, या सरकारी और निजी अस्पतालों में कोई अंतर क्यों होना चाहिए? नहीं होना चाहिए. सत्ता, शासन और प्रशासन में बराबर की भागीदारी जरूरी है.

आरक्षण मुद्दे पर बोली, 'समाज में एक लहर की जरूरत'

आरक्षण के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए सीनियर बीजेपी लीडर उमा भारती ने कहा कि आरक्षण एक संवैधानिक जिम्मेदारी है. इसलिए अब समाज में एक लहर की जरूरत है ताकि यह पक्का हो सके कि सत्ता, शासन और प्रशासन में पदों का वजन सभी जाति और वर्गो का  बराबर हो।

ये भी पढ़ें-दो दशकों तक जंगल में जिसने किया नरसंहार, ऐसे हुआ माओवादी हिंसा के अंतिम प्रतीक माड़वी हिड़मा का अंत

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close