
Illegal Buying Of Tribal Land: अवैध खनन मामले में फंसे भाजपा विधायक संजय पाठक अब एक नई मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. विधायक पर आदिवासियों की 1173 एकड़ जमीनों की अवैध खरीदारी का आरोप लगा है. एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत के बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति कल्याण आयोग ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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आदिवासियों की 1173 एकड़ जमीनों को अवैध तरीके से खरीदने का है गंभीर आरोप
भाजपा विधायक पर आदिवासी समुदाय की 1173 एकड़ जमीनों को अवैध तरीके से खरीदने का गंभीर आरोप लगा है. इस संबंध में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति कल्याण आयोग ने जांच शुरू कर दी है और जिन पांच जिलों में 1173 एकड़ जमीन खरीदी गई है, वहां के कलेक्टरों को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी गई है.

अवैध रूप से खरीदे गए आदिवासी समुदाय के 1173 एकड़ जमीन को लेकर भेजा गया नोटिस
अवैध खनन के में फंसे विधायक पर हाई कोर्ट जज को फोन कराने का लगा था आरोप
इससे पहले, अवैध खनन मामले में फंसे भाजपा विधायक को तब झटका लगा था जब मामले की सुनवाई कर रहे हाई कोर्ट के जज विशाल मिश्रा को उनके रिश्तेदार द्वारा फोन कर दवाब बनाया गया था. इस मामले ने तब तूल पकड़ लिया था, जिसके बाद हाई कोर्ट जज ने खुद को केस से अलग कर लिया था. इसका खुलासा खुद जज ने किया था.
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सभी कलेक्टर्स को खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेज का पूरा ब्यौरा देने को कहा गया है
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति कल्याण आयोग ने सभी कलेक्टर्स को आदिवासी समुदाय की जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेज का पूरा ब्यौरा देने का निर्देश दिया है. साथ ही, यह चेतावनी भी दी है कि समय पर जवाब नहीं मिलने की स्थिति में आयोग सिविल कोर्ट की तरह सभी पांच कलेक्टरों के खिलाफ सम्मन जारी करेगा.
नियमों के अनुसार गैर-आदिवासी लोगों द्वारा ऐसी जमीन खरीदने पर सख्त प्रतिबंध है
उल्लेखनीय है प्रदेश में आदिवासी जमीन एक संवेदनशील विषय है. नियमों के अनुसार गैर-आदिवासी लोगों द्वारा ऐसी जमीन खरीदने पर सख्त प्रतिबंध है. विधायक और उनके परिवार पर चार आदिवासियों के नाम का दुरुपयोग कर हजारों एकड़ आदिवासी भूमि पांच जिलों में खरीदने का आरोप है.