Bhopal 6 Year Old Girl Found Dead: मध्य प्रदेश की राजधानी से दिल को दहला देने वाली खबर है. भोपाल के शाहजहांनाबाद में 3 दिन से लापता बच्ची का शव मिलने के बाद लोगों में गुस्सा है. पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए नाराज लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान हजारों की तादाद में लोगों ने नारेबाजी की. जानें आखिर इस पूरे मामले में भोपाल पुलिस से कहां चूक हुई है.
सवाल: बंद फ्लैट की जांच क्यों नहीं की?
बिल्डिंग की पानी की टंकी में 6 साल की बच्ची का शव मिलने के बाद इस पूरे मामले पर अब जो बड़ा सवाल उठ रहा है, वो ये है कि पुलिस की इतनी बड़ी टीम ने बंद फ्लैट की जांच क्यों नहीं की. आखिर 100 से अधिक पुलिसकर्मियों से ये फ्लैट कैसे छूट गया. क्योंकि जिस फ्लैट पर मासूम का शव था, उसको छोड़कर पुलिस ने डॉग स्क्वॉड और ड्रोन की मदद से 1000 फ्लैटों की तलाशी ली थी. लोगों का भी यही सवाल है कि ये फ्लैट कैसे छूट गया. खैर इस वारदात का पूरा सच जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आ पाएगा.
ये भी पढ़ें- छतरपुर में सैकड़ों मकान, स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र जर्जर, नोटिस के बाद एक्शन में सुस्ती क्यों ?
सच की पड़ताल के लिए SIT गठित
बता दें, 6 साल की मासूम के अपहरण और मौत के मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. आधा दर्जन अधिकारियों को एसआईटी में रखा गया. हत्या के कारणों और घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच एसआईटी की टीम करेगी. एडिशनल डीसीपी शालिनी दीक्षित समेत अन्य दूसरे अधिकारी इस टीम होंगे.
ये भी पढ़ें- 72 घंटे से गायब बच्ची का पानी की टंकी में मिला शव, सरकार ने इनको सौंपा जांच का जिम्मा