Bhind Woman Dies During Sterilization Surgery: भिंड जिले के फूप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में आयोजित नसबंदी ऑपरेशन शिविर के दौरान एक महिला की मौत हो गई. ऑपरेशन के समय अचानक तबीयत बिगड़ने पर महिला को जिला अस्पताल भिंड रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, वहीं परिजनों ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
जानकारी के अनुसार, जिले के जोगोहरा गांव की रहने वाली 40 वर्षीय महिला सुखदेवी भदौरिया चार बच्चों की मां थी. करीब छह महीने पहले उसने तीन बेटियों के बाद एक बेटे को जन्म दिया था. परिवार नियोजन के तहत महिला ने नसबंदी कराने का निर्णय लिया था. इसी क्रम में वह आशा कार्यकर्ता मंजू भदौरिया के साथ फूप सीएचसी में लगाए गए नसबंदी ऑपरेशन शिविर में पहुंची थी. महिला के साथ उसकी देवरानी रेखा भदौरिया भी मौजूद थी.

रोते बिलखते परिजन.
बेहोश हुई तो सीपीआर दिया, नहीं बची जान
शिविर के दौरान पहले छह महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए थे. इसके बाद सातवें नंबर पर सुखदेवी का ऑपरेशन शुरू किया गया. ऑपरेशन भिंड से आए चिकित्सक जे.आर. शाक्य द्वारा किया जा रहा था. ऑपरेशन के दौरान अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई. हालत गंभीर होने पर महिला को तत्काल ऑपरेशन टेबल से हटाकर सीपीआर दिया गया, लेकिन उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ.इसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से महिला को जिला अस्पताल भिंड रेफर किया गया. जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
महिला की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते महिला की जान गई है. उनका कहना है कि ऑपरेशन से पहले महिला की समुचित जांच नहीं की गई और हालत बिगड़ने पर समय पर बेहतर उपचार उपलब्ध नहीं कराया गया. घटना की सूचना फूप थाना पुलिस को दे दी गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही महिला की मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा.
जांच दल गठित
उधर, घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग की बैठक के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी और फूप सीएचसी के बीएमओ डॉ. तपिश शर्मा को घटना की जानकारी दी गई. कलेक्टर किरोड़ी लाल मीणा को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है. कलेक्टर के निर्देश पर एक जांच दल गठित कर पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. यदि किसी स्तर पर लापरवाही सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.