
MP News in Hindi: डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) भारत के महान विधिवेत्ता, एक दूरदर्शी चिंतक और समाज सुधारक थे. उन्होंने एक ऐसे राज्य की कल्पना की थी, जो समानता, न्याय और मूलभूत अधिकारों को हर नागरिक के लिए सुनिश्चित करें. डॉ.आंबेडकर वंचितों, शोषितों, मजदूर, किसान, पिछड़े समाज और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए संकल्पित थे, उनका यह आग्रह देश के संविधान में भी दिखाई पड़ता है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने बाबा साहब की जयंती के अवसर पर कई बड़ी घोषनाएं की है.
पंच तीर्थ की यात्रा कराएगी सरकार
एमपी के महू में डॉ. आंबेडकर स्मारक के साथ कई अन्य स्थान भी हैं, जो उनके संघर्ष और योगदान को याद दिलाते हैं. यह स्थल पूरे देश के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत हैं. महू डॉ. आंबेडकर के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है. देश विदेश से लाखों लोग यहां पर आते है. मध्य प्रदेश सरकार डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की स्मृति में पंच तीर्थो−उनके जन्म स्थान, दीक्षा स्थल, कर्मभूमि, शिक्षा स्थल और जहां उनका महा-परिनिर्वाण हुआ था. सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत इन पंच तीर्थों बाबा साहेब की जन्मस्थली महू, दीक्षा भूमि नागपुर, महा-परिनिर्वाण स्थली दिल्ली, चैत्य भूमि मुंबई और यूके के लंदन में स्थित पढ़ाई के समय का उनका निवास स्थल शामिल हैं.
महू में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा की है कि डॉ. आंबेडकर की जन्म स्थली महू में स्थापित डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को ‘सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस' के रूप में विकसित किया जाएगा. डॉ. आंबेडकर शिक्षा को जीवन का सबसे ताकतवर हथियार मानते थे. उनके लिए शिक्षा सिर्फ व्यक्तिगत तरक्की का साधन नहीं अपितु सामाजिक परिवर्तन, समानता और न्याय का रास्ता थी. उन्होंने शिक्षा को दलितों, पिछड़ों और शोषित वर्गों के लिए मुक्ति का द्वार बताया था.
प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाई ओवर ब्रिज डॉ. आंबेडकर के नाम
भोपाल के हृदय-स्थल कहे जाने वाले महाराणा प्रताप नगर में बने प्रदेश के सबसे (2.73 किमी) लंबे फ्लाई-ओवर का नामकरण बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अनेकता में एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया है.
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डॉ. आंबेडकर पशुपालन विकास योजना
समता और समानता के पैरोकार रहे डॉ. आंबेडकर के नाम पर राज्य सरकार ने किसानों की समृद्धि के लिए ‘डॉ. आंबेडकर पशुपालन विकास योजना' को मंजूरी दी. पशुपालन और डेयरी, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाते हैं, अपितु आधुनिक भारत में भी एक बड़ा आर्थिक क्षेत्र है. पशुपालन एवं डेयरी और डॉ. भीमराव आंबेडकर का संबंध मुख्य रूप से समाज के आर्थिक उत्थान और सामाजिक न्याय से जुड़ा हुआ है. डॉ. आंबेडकर ने हमेशा सामाजिक और आर्थिक समानता की बात की और समाज के प्रत्येक वर्ग को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में कार्य किया.
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