बैतूल जिले में पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए अवैध ऑनलाइन बेटिंग नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है. यह नेटवर्क मोबाइल गेम और गैरकानूनी बेटिंग वेबसाइटों के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था. पुलिस जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क के माध्यम से करीब 9.84 करोड़ रुपये की साइबर ठगी की गई है.
तकनीकी निगरानी और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. सबसे अहम गिरफ्तारी अमित अग्रवाल की हुई है, जो अवैध बेटिंग वेबसाइटों से होने वाली कमाई का मुख्य संचालक बताया जा रहा है. जांच में सामने आया कि अमित अग्रवाल ने इसी अवैध कमाई से महंगी लग्जरी गाड़ियां खरीदी थीं, जिनमें BMW कार भी शामिल है.
कई ATM कार्ड, बैंक पासबुक बरामद
इसी नेटवर्क से जुड़े राजेन्द्र राजपूत और ब्रजेश महाजन को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में ATM कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल फोन, नगद राशि और अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. जब्त सामग्री से यह स्पष्ट हुआ कि ठगी की रकम को अलग-अलग खातों और कैश नेटवर्क के जरिए देशभर में घुमाया जा रहा था.
मास्टर आईडी खरीदते थे
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी अवैध बेटिंग वेबसाइटों की मास्टर आईडी खरीदकर भारत में सप्लाई करते थे. दुबई में सक्रिय रॉ गोल्ड और सिल्वर कारोबारियों के साथ कैश सेटलमेंट का काम आरोपी अंकित और राजेन्द्र के माध्यम से किया जाता था. इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ट्रेस करने के लिए पुलिस ने मोबाइल, लैपटॉप और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हिस्ट्री की फॉरेंसिक जांच कराई.
और आरोपी पकड़े जाएंगे
बैतूल पुलिस का कहना है कि पूरे नेटवर्क का खुलासा किया गया है. छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों को भी पकड़ा जाएगा.