
MP New Aviation Policy 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने सीएम हाउस में विमानन विभाग (Aviation Department) की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश में पर्यटन को नए आयाम प्रदान करने के लिए सहज हवाई यातायात (Air Connectivity) एक बुनियादी जरूरत है. हरसंभव तरीके से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाएं, ताकि पर्यटक मध्यप्रदेश आकर यहां की समृद्ध ऐतिहासिक विरासतों का आसानी से अवलोकन कर सकें. इसके लिए आपसी सामंजस्य बेहद जरूरी है. विमानन विभाग, संस्कृति, पर्यटन और चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में प्रयास करे. सरकार मध्यप्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए हर जरूरी सुविधा और मदद मुहैया कराएगी.
अपनी इंटर स्टेट एयर सर्विसेस चालू करने वाला मध्य प्रदेश एक मात्र राज्य है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 4, 2024
#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/GMkFl97PM7
कब मिलेगा MP का अपना विमान और हेलिकॉप्टर?
बैठक में बताया गया कि प्रदेश की नई नागर विमानन नीति-2025 के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. नई-नई एविएशन कम्पनियां और प्रशिक्षण संस्थान प्रदेश से जुड़कर यहां अपनी सेवाओं का विस्तार करना चाह रहे हैं. इस समय शासकीय बेड़े में कोई विमान उपलब्ध नहीं है. नए डबल इंजन जेट विमान क्रय करने के लिए निर्माता कम्पनी को क्रय आदेश दिया जा चुका है.
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि भोपाल सहित प्रदेश के अन्य सभी बड़े शहरों से घरेलू उड़ान बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों के साथ समन्वय करें और विमानन सुविधाओं के विस्तार के लिए शोध भी कराएं. प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एविएशन कम्पनियों, पॉयलेट एवं क्रू-मेंबर्स की प्रशिक्षण संस्थाओं को जोड़ें और उनसे प्रदेश में अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए आग्रह करें. उन्होंने कहा कि पॉयलेट और क्रू तैयार करने के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयों को भी यह रोजगारपरक कोर्स चलाने के लिए प्रोत्साहित करें. विश्वविद्यालय से आग्रह करें कि वे विद्यार्थियों को इस दिशा में पढ़ाई कराएं. विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए हवाई पट्टी सरकार उपलब्ध कराएगी.
एयर कनेक्टिविटी
भोपाल से 12 शहरों तथा इंदौर से 22 शहरों के लिए सीधी उड़ान उपलब्ध है. कौशल विकास के लिए प्रदेश में 11 उड़ान प्रशिक्षण संस्थाएं काम कर रही हैं. खजुराहो में भारत का पहला हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत है. क्षरण योग्य उत्पादों (पेरिशेबल गुड्स) के सुचारू परिवहन के लिए भारत सरकार की कृषि उड़ान योजना में राज्य के तीन एयरपोर्ट्स भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर को शामिल किया गया है.
मध्यप्रदेश पर्यटन को मिले 'पीएमश्री' के पंख...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 13, 2024
पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा मध्यप्रदेश में पर्यटन वृद्धि की दिशा में सहायक सिद्ध होगी। इस सेवा से प्रदेश में पर्यटन के साथ-साथ व्यापार, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र भी ऊंची उड़ान भरेंगे।
आज "पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा" के शुभारंभ के… pic.twitter.com/SlTp1zUr7r
अपर मुख्य सचिव विमानन ने बताया कि प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश के हवाई अड्डों से लगभग 55 लाख यात्रियों ने यात्रा की और यह संख्या वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत (31 मार्च 25) तक 75 लाख पहुंचने का अनुमान है. भारत के हवाई यातायात में मध्यप्रदेश के हवाई अड्डों की भागीदारी अभी मात्र 1.45 प्रतिशत है, जिसे हम 5 प्रतिशत तक बढ़ाने के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 8 एयरपोर्ट हैं, 6 क्रियाशील है और सतना और दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण अभी शेष है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना एयरपोर्ट की हवाई पट्टी के विस्तार (वर्तमान 1200 मीटर को बढ़ाकर 1800 मीटर करने) के निर्देश दिए.
MP में हर 45 Km में हेलीपैड व 150 Km में Airport! नई उड्डयन नीति को लेकर CM मोहन ने कही बड़ी बात
नए एयरपोर्ट और हवाई पट्टी
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को बताया गया कि उज्जैन और शिवपुरी में नए हवाई अड्डे के विकास के लिए भू-अधिग्रहण की कार्यवाही प्रारंभ की जा रही है. अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रदेश में ग्रेड-1 में उच्च क्षमता/व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य पाई गईं हवाई पट्टी में उज्जैन, सिंगरौली, सागर (ढ़ाना), नीमच, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, मंडला, खण्डवा एवं रतलाम तथा ग्रेड-2 में बिरवा (बालाघाट), पचमढ़ी, गुना, खरगौ न, मंदसौर, सिवनी, सीधी, पन्ना, झाबुआ, शहडोल एवं उमरिया में उपलब्ध आकांक्षी हवाई पट्टियों के विकास एवं विस्तार के लिए भी कार्यवाही चल रही है. साथ ही कृषि एवं उद्योग क्षेत्र को गति प्रदान करने के लिए एयर कार्गो की सुविधाओं के विकास पर भी विशेष जोर दिया जाएगा. इससे प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास को तेज गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा के विस्तार से नागरिकों को आधुनिक, सस्ता, सुलभ, सुरक्षित और अनुकूल हवाई सफर का आनंद प्राप्त होगा. हम प्रदेश में नए पायलट प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित करेंगे, जिससे विमानन क्षेत्र में जरूरत के अनुसार प्रशिक्षित कार्यबल की पूर्ति हो सके और मध्यप्रदेश के युवाओं को रोजगार मिले.
यह भी पढ़ें : Shri Krishna Janmabhoomi Case: श्री कृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह मामले में सुनवाई आज, कोर्ट से न्याय की उम्मीद
यह भी पढ़ें : Sunita Williams Return: 'घर वापसी' पर PM मोदी ने सुनीता विलियम्स को दी ऐसी शुभकामनाएं
यह भी पढ़ें : Government Jobs: सीएम यादव का बड़ा ऐलान, 5 साल में अलग-अलग विभागों के 2,50,000 पदों पर होंगी नियुक्तियां
यह भी पढ़ें : RPF Achievements: भारतीय रेलवे के साथ लगातार करते हैं सफर, तो जरूर ध्यान में रखें RPF के ये मददगार ऑपरेशन्स