कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में सरकारी की दो साल की उपलब्धियां का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखा. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कहीं भी खाद संकट नहीं है. आरोप लगाया कि कांग्रेस यह भ्रम फैला रही है कि प्रदेश में खाद की समस्या है, लेकिन कहीं भी ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि कई वीडियो प्री-प्लांड (सुनियोजित) होते हैं. लोगों को लाइन में लगा दिया जाता है, फिर कोई थप्पड़ मारता है और कोई हंगामा करता है. प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में है.
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग का बजट 2002-03 में 600 करोड़ था, जो वर्ष 2024-25 में बढ़कर 27,050 करोड़ रुपये हो गया है. इसके साथ ही कृषि का रकबा 2024-25 में 297 लाख हैक्टेयर हो गया और सिंचाई क्षमता भी 2024-25 में 55 लाख हैक्टेयर तक हो गई है. कृषि मंत्री ने बताया कि किसान कर्ज माफी की घोषणा भाजपा के घोषणा पत्र में नहीं थी.
कृषि कल्याण एवं कृषि विकास विभाग मंत्री श्री एदल सिंह कंसाना की जनसंपर्क सभागार, भोपाल में आयोजित पत्रकार वार्ता#डॉ_मोहन_यादव_का_विकसित_MP @Aidalsinghkbjp https://t.co/TOLW74kUzz
— Jansampark MP (@JansamparkMP) December 19, 2025
मक्का उत्पादन में पहले नंबर पर एमपी
प्रेसवार्ता में बताया कि एमपी देश में मक्का उत्पादन में पहले नंबर है और दलहन उत्पादन में तीसरे स्थान पर है. प्रदेश के 29 जिलों के 27 लाख 28 हजार किसानों को 1860.23 करोड़ की राहत राशि का वितरण हुआ. वर्ष 2024-25 में 35 लाख से अधिक किसानों को 275.86 करोड़ दावा भुगतान किया गया.
सोयाबीन भावांतर भुगतान योजना (Soyabean Bhavantar Bhugatan Yojana) में 9.36 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया. अभी तक 5.98 लाख किसानों ने 13.89 लाख मीट्रिक टन सोयाबीन का कृषि उपज मंडियों में विक्रय किया है. अभी तक 2.67 लाख किसानों के खाते में भावांतर की राशि 482 करोड़ रुपये ट्रांसफर की जा चुकी है.
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