Controversy Over Rahul Gandhi's Article: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार राहुल गांधी अपने हालिया छपे एक लेख को लेकर निशाने हैं. आर्टिकल को लेकर देश के राज परिवारों में गुस्से में हैं और उनकी प्रतिक्रियाओं से सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर बाढ़ सी आ गई है.
राहुल गांधी के आर्टिकल पर प्रतिक्रिया करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्स पर लिखा, नफरत बेचने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है. भारत की समृद्ध विरासत के बारे में राहुल की अज्ञानता और उनकी औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी हदें पार कर दी हैं.
Those who sell hatred have no right to lecture on Indian pride and history. @RahulGandhi 's ignorance about Bharat's rich heritage and his colonial mindset have crossed all limits.
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) November 6, 2024
If you claim to ‘uplift' the nation, stop insulting Bharat Mata and learn about true Indian heroes… pic.twitter.com/GedmGkYw1r
'आप आत्मनिर्भर भारत के चैंपियन नहीं हैं, केवल एक पुराने अधिकार के उत्पाद हैं'
राहुल गांधी लगभग लताड़ते हुए सिंधिया ने कहा, स्वयं के विशेषाधिकारों के बारे में आपकी चुनिंदा भूल उन लोगों के लिए अन्याय है, जो वास्तव में प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं उन्होंने कहा, आपकी असहमति केवल कांग्रेस के एजेंडे को और उजागर करती है, आप आत्मनिर्भर भारत के चैंपियन नहीं हैं, केवल एक पुराने अधिकार के उत्पाद हैं.
'भारत के इतिहास का सम्मान करें, उसके लिए बोलने का दिखावा न करें'
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, भारत की विरासत 'गांधी' शीर्षक से शुरू या समाप्त नहीं होती है. केवल पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही हमारे असली योद्धाओं की कहानियों का जश्न मनाया जा रहा है. सिंधिया ने आगे कहा, भारत के इतिहास का सम्मान करें, या उसके लिए बोलने का दिखावा न करें.
विक्रमादित्य सिंह बोले, लेख राहुल गांधी की इतिहास की सतही समझ को दर्शाता है
उधर, भारत के राज परिवारों में शुमार होने वाले विक्रमादित्य ने भी राहुल गांधी को टारगेट करते हुए एक्स पर लिखा, उनका यह लेख राहुल गांधी की इतिहास की सतही समझ को दर्शाता है. महाराजाओं के योगदान और भूमिका को ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रति केवल "प्रशंसक" तक सीमित नहीं किया जा सकता है.
The article reflects Mr. Rahul Gandhi's superficial understanding of history. The Maharajas contribution and role can hardly be reduced to simply “pliant” to the East India Company. Many of these Maharajas were not handed over ready-made kingdoms to rule, but rather started from… https://t.co/tLcMdT2ESg
— Vikramaditya Singh (@vikramaditya_JK) November 6, 2024
राहुल गांधी को विक्रमादित्य सिंह ने याद दिलाया राज परिवारों के योगदान
विक्रमादित्य सिंह ने उदाहरण देते हुए लिखा, महाराजा गुलाब सिंह ने एक पैदल सैनिक के रूप में शुरुआत की और अपनी सेना का नेतृत्व किया. उन्होंने अंततः भारत को जम्मू, कश्मीर और लद्दाख राज्य का उपहार देने के लिए अपने खून और जीवन का बलिदान दिया. जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह 1930 में ब्रिटिश राजधानी लंदन में गोलमेज सम्मेलन में स्वतंत्र भारत की मांग को उठाने वाले पहले व्यक्ति थे.
I strongly condemn Mr RahulGandhi's attempt to malign the erstwhile royal families of India in an editorial today.
— Diya Kumari (@KumariDiya) November 6, 2024
The dream of integrated India was only possible because of the utmost sacrifice of the erstwhile royal families of India.
Baseless allegations made on the basis… pic.twitter.com/7uy23Q6I1w
राजस्थान डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने भी राहुल गांधी को सुनाई खरी-खोटी
वहीं, राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने प्रतिक्रिया करते हुए एक्स पर लिखा. मैं आज एक संपादकीय में भारत के पूर्व शाही परिवारों को बदनाम करने के राहुल गांधी के प्रयास की कड़ी निंदा करती हूं. एकीकृत भारत का सपना भारत के पूर्व राजपरिवारों के सर्वोच्च बलिदान के कारण संभव हो सका है, ऐसे ऐतिहासिक तथ्यों की आधी-अधूरी व्याख्या के आधार पर लगाए गए निराधार आरोप पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं.
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