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 कैसे गायब हो गई  4000 क्विंटल धान ? एक करोड़ रुपये बताई जा रही कीमत, धांधली की खुलेगी परत

Dhan kharidi Kendra : एक नहीं बल्कि 4000 क्विंटल धान खरीदी केंद्र से गायब हो गई है. इसकी कीमत एक करोड़ रुपये बताई जा रही है. मामला मैहर जिले के रामनगर की जरौहा सेवा सहकारी समिति के मनकीसर खरीदी केंद्र से जुड़ा है. पढ़ें NDTV की पड़ताल. 

 कैसे गायब हो गई  4000 क्विंटल धान ? एक करोड़ रुपये बताई जा रही कीमत, धांधली की खुलेगी परत

Corporation In Dhan kharidi Kendra : कालाबाजारी, हेराफेरी और भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है, किसने इस धांधली को अंजाम दिया है. इस खेल में कौन-कौन से आरोपी शामिल हैं ? कुछ ऐसे ही सवालों की चर्चा है, मैहर जिले में इन दिनों खरीदी केंद्र से जुड़े लोगों और किसानों के बीच. दरअसल,  समर्थन मूल्य पर हाल ही में पूरी हुई धान खरीदी में हेरफेर के मामले सामने आने लगे. उपार्जन सत्र 2024-25 में मैहर जिले में हुई खरीदी में करीब चार हजार दो सौ तीन क्विंटल धान गायब हो गई. यह गड़बड़ी सेवा सहकारी समिति जरौहा द्वारा मनकीसर खरीदी केंद्र में की गई. फिलहाल इस मामले की जांच के लिए नागरिक आपूर्ति निगम की टीम समिति पर पहुंची. जहां पर करीब चार हजार क्विंटल दो सौ तीन धान का शार्टेज पाया गया. फिलहाल अब देखना यह होगा कि शार्टेज मिलने के बाद इस मामले में अधिकारी किस प्रकार की कार्रवाई करते हैं?

खरीदी केंद्र मनकीसर क्रमांक 2 आया सुर्खियों में  

मैहर जिले में बनाए गए करीब 28 खरीदी केन्द्रों में लाखों क्विंटल से अधिक धान का उपार्जन किया गया. मनकीसर स्थिति खरीदी केन्द्र में लगभग 45168.80 क्विंटल धान खरीदी की गई. जिसमें से 35865.20 क्विंटल धान का परिवहन किया गया. वहीं, खरीदी केंद्र मनकीसर क्रमांक 2 में 9303.7 क्विंटल धान की शॉर्टेज होने की जानकारी सामने आई, जिसके बाद नान के अधिकारियों ने जांच कराया. जांच करने पहुंचे सेवा सहकारी समिति मर्यादित बैंक रामनगर के शाखा प्रबंधक सुरेश साकेत के द्वारा जांच की गई, तो मौके पर पांच हजार एक सौ क्विंटल धान पाई गई. जबकि 4 हजार दो सौ तीन क्विंटल धान गायब थी. इस धान की कुल कीमत 1 करोड़ बताई जा रही है. 

तीन सदस्यीय टीम ने की जांच

मैहर जिले में हुई धांधली की जांच करने के लिए सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक सुरेश साकेत के साथ दो अन्य कर्मचारी जांच करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सेवा सहकारी समिति से जुड़े कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए. हालांकि, समिति प्रबंधक मौके पर नहीं मिले. खबर है कि उन्हें हृदय से संबंधित कोई बीमारी है, जिसके चलते वे इलाज के लिए बाहर गए हुए हैं. वहीं, ऑपरेटर भी उपलब्ध नहीं हुआ. बताया जाता है कि रिकार्ड में ऑपरेटर कोई और था और खरीदी कार्य के दौरान किसी और ने काम किया.

अफसरों के पहुंचते ही कहां से आई पांच हजार क्विंटल धान

सेवा सहकारी समिति जरौहा के मनकीसर खरीदी केंद्र में जब अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे, तब वहां पर करीब पांच हजार एक सौ क्विंटल धान भंडारित पाया गया, जिसे ट्रकों में लोड कराकर समिति से संबंधित भंडार गृह भेजा गया. लेकिन जिस केन्द्र में नौ हजार क्विंटल का शार्टेज था, वहां पर अचानक पांच हजार क्विंटल धान कहां से पहुंची ?  इस सवाल का जवाब नहीं मिल पा रहा. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शासन को हुए नुकसान की भरपाई से ही मतलब है.

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प्रतिवेदन आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी-डीएम 

बहरहाल आने वाले दिनों बांकी का शार्टेज भी समायोजित किया जा सकता है. वहीं, NDTV से बात करते हुए मैहर कलेक्टर रानी बाटड़ ने बताया कि नागरिक आपूर्ति निगम ने जानकारी दी है कि 4 हजार 2 सौ तीन क्विंटल धान का शार्टेज मिला है, जिसकी जांच कराई जा रही है. प्रतिवेदन आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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