देशभर में भगवान रामलला के आगमन पर दिवाली जैसा माहौल है. भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी और रामलला के भक्ति भाव में हर जगह दिवाली मनाई जा रही है लेकिन ग्वालियर के एक सरकारी अस्पताल में कुछ अनूठा ही जश्न देखने को मिला. ग्वालियर के कमला राजा अस्पताल में दीवाली मनाए जाने के पीछे बेहद ही खास वजह सामने आई. दरअसल, आज इस अस्पताल में 17 बच्चों को जन्म हुआ. ऐसे में तमाम लोगों ने इन नवजात बच्चों को राम जी का जन्म मानकर खुशियां मनाई. लोगों ने पटाखे फोड़े और दीपक बनाकर लगाए. इस खुशी में नवजात बच्चों के परिजन भी शामिल रहे. प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर जन्में बच्चों के परिजनों का कहना है कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है. हमारे घर में राम आए हैं. SNCU की प्रभारी वंदना सरीन का कहना है कि
डॉक्टर वंदना
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पूरे अस्पताल में आज के खास दिन पर जन्में बच्चों को भगवान राम जी का अंश मानकर खुशियां मनाई गई जिसके लिए एक छोटी सी शुरुआत मैंने की थी.. बाद में लोगों का सहयोग मिलता गया और लगभग पूरे परिसर में 21 किलो आटे के दीपक बनाए गए हैं. स्टाफ और परिजनों के सहयोग से पूरे परिसर में दीपदान किया गया. आतिशबाजी जलाई गईं जिनकी जगमगाहट से पूरा परिसर जगमगा रहा है.
बच्चों के जन्म को लेकर परिजनों ने जाहिर की खुशी
आज 22 जनवरी के खास दिन जन्म लेने वाले बच्चों के परिजनों का कहना है कि आज जैसे अयोध्या में भगवान राम का आगमन हुआ है. इस तरह आज हमारे घर में जिस बच्चे का जन्म हुआ है, उसे हम राम का आशीर्वाद मानकर ही चल रहे हैं... हमें बेहद गर्व है... और उसके लिए पूरे परिवार में खुशियां मनाई जा रही है. अस्पताल में तो सीमित ही लोग हैं. लेकिन घर पर बड़ी संख्या में लोग खुशियां मना रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि वे लोग ऐसा नाम रखना चाहेंगे जिसमे राम शब्द जरूर आए.