
Makar Sankranti Rituals: मकर संक्रांति का त्योहार प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. देश के हर राज्य में इस त्योहार को मनाने की अलग-अलग परंपरा और रीति रिवाज हैं. आइए जानते हैं किस राज्य में इस त्योहार (Makar Sankranti Festival) को किस तरह से मनाया जाता है.
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति को 'दान का पर्व' कहा जाता है. 14 जनवरी को इस त्योहार को मनाया जाता है, मान्यता है कि इस दिन से यानी 14 जनवरी से पृथ्वी पर अच्छे दिनों की शुरुआत होती है और सभी शुभ कार्य किए जाते हैं. संक्रांति के दिन स्नान के बाद दान देने की परम्परा है. गंगा घाट पर मेला का आयोजन भी किया जाता है. पूरे प्रदेश में इसे खिचड़ी के नाम से जानते हैं. प्रदेश में इस दिन पतंग भी उड़ाई जाती है और बादल रंग बिरंगी पतंगों से भरा रहता है.
बंगाल
बंगाल में इस त्योहार को गंगासागर पर बहुत बड़े मेले का आयोजन करके मनाया जाता है. यहां इस पर्व के दिन स्नान करने के बाद तिल दान करने की प्रथा है. कहते हैं कि इसी दिन यशोदा जी ने कृष्ण की प्राप्ति के लिए व्रत रखा था, इसी दिन मां गंगा रथ भागीरथ के पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए गंगासागर में जगह मिली थी. यही वजह है कि हर साल मकर संक्रांति के दिन गंगा सागर में सैकड़ों की भीड़ नजर आती है.
हरियाणा और पंजाब
हरियाणा और पंजाब में इस त्योहार को 14 जनवरी से एक दिन पहले बनाते हैं. इस पर्व को लोहड़ी के रूप में लोग सेलिब्रेट करते हैं. इस दिन अग्नि देवता की पूजा की जाती है और तिल गुड़ चावल और भुने हुए मक्के की आहूति दी जाती है. हरियाणा में यह पर्व नई नवेली दुल्हनों और नवजात बच्चों के लिए बहुत खास होता है. इस दिन लोहड़ी गीत लोक गीत गाकर एक-दूसरे को तिल से बनी मिठाइयां वितरित करते हैं और इस त्योहार को मनाते हैं.
यह भी पढ़ें: Makar Sankranti 2024: ऐसे हुई थी मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की शुरुआत, जानें पूरी कहानी
बिहार और तमिलनाडु
बिहार में मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से जानते हैं. यहां चावल, उड़द की दाल, तिल खटाई और ऊनी वस्त्र दान करने का रीति रिवाज है. इसके अलावा असम में इसे माघ-बिहू और भोगाली बिहू के नाम से जानते हैं, वहीं तमिलनाडु में इस पर्व को चार दिनों तक मनाते हैं. यहां पहला दिन भोगी पोंगल, दूसरा दिन सूर्य पोंगल, तीसरा दिन मट्टू पोंगल और चौथा दिन कन्या पोंगल के रूप में मनाया जाता है. यहां दिन के अनुसार ही पूजा अर्चना की जाती है.
राजस्थान
राजस्थान में मकर संक्रांति का त्योहार एक दूसरे को तेल गुड़ देकर मनाते हैं. इसके अलावा इस दिन गूल नामक हलवे को भी बाँटने की प्रथा है. राजस्थान में इस दिन बहू अपनी सास को मिठाइयां और फल देकर उनसे आशीर्वाद लेती है.
गुजरात
मकर संक्रांति को गुजरात में उत्तरायण के रूप में जाना जाता है और इसे दो दिनों तक मनाया जाता है. पहला दिन उत्तरायण है, दूसरा दिन वासी उत्तरायण है. गुजरात में मकर संक्रांति के दिन आकाश पतंगों से भरा होता है, लोग अपनी छतों पर पतंग उड़ाकर पूरे दिन उत्तरायण का त्योहार मनाकर आनंद लेते हैं.