Diwali 2023: दिवाली (Diwali) खुशियों का त्यौहार है. देश भर में दिवाली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसका इंतज़ार हर किसी को रहता है. लोग महीनों पहले से ही दीपावली के दिन की तैयारियों में जुट जाते हैं. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश (Laxmi-Ganesh Pooja) की विशेष रूप से पूजा की जाती है. दिवाली के दिन घर के मुख्य दरवाज़े की पूजा का भी विशेष महत्व है. ऐसे में हम आपको घर के मुख्य द्वार से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने के बाद देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर हो जाएगी.
1. चांदी का स्वास्तिक
दीपावली के दिन घर के कोने-कोने की सफ़ाई की जाती है और ख़ास रूप से मुख्य द्वार को लोग सजाते हैं. यदि आप घर के मुख्य दरवाज़े पर चांदी का स्वास्तिक लगाते हैं तो मुख्य रूप से महालक्ष्मी का आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा. यदि चांदी का स्वास्तिक नहीं लगा पा रहे हैं तो मुख्य दरवाज़े पर रोली से स्वास्तिक बना सकते हैं. स्वास्तिक सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है.
2. साफ़ पात्र में रखें पानी
मां लक्ष्मी का स्वागत दिवाली के मौक़े पर ख़ास रूप से किया जाता है. यदि आप ऐसे में मुख्य द्वार पर साफ़ पात्र में पानी भरकर रखें और उसमें सुगंधित फूल डाल दें तो घर के अंदर की सभी परेशानियां दूर हो जाती है. लक्ष्मी जी के पैर के निशान को मेन गेट पर अंकित करें. पैरों के निशान घर के अंदर की तरफ ही होना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि मां घर के अंदर प्रवेश करती नज़र आ रही हैं.
3. तोरण
मान्यता है कि इस दिवाली के दिन महालक्ष्मी भक्तों के घरों में वास करने आती हैं. ख़ास तौर पर घर के मुख्य दरवाज़े पर उनके आगमन की तैयारियां की जाती है. घर के मुख्य दरवाज़े पर आगमन उनके स्वागत के लिए विधि विधान से आम और केले के पत्तों से बना तोरण शुभ माना जाता है.
4. अष्ठमंगला
दिवाली के मौक़े पर घर के मुख्य द्वार पर अष्ठमंगला रखना शुभ माना जाता है. अष्ठमंगला पर कमल का फूल भी रखना चाहिए, इस फूल में महालक्ष्मी विराजती है कहा जाता है ये उपाय करने से महालक्ष्मी घर में प्रसन्न होकर वास करने आती है.
5. दो कलश की स्थापना
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दरवाजे पर दो कलश रखने चाहिए, कलश में जल भरकर मुख्य द्वार पर रख दें, कहा जाता है ऐसा करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं. लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एक कलश उत्तर दिशा की ओर वहीं दूसरा पूर्व दिशा की ओर ही होना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए एनडीटीवी किसी भी प्रकार की पुष्टि या दावा नहीं करता है.)