नागपुर की भाजपा नेता सना खान उर्फ हिना खान की जबलपुर में हुई हत्याकांड की गुत्थी 29 दिनों के बाद भी सुलझ नहीं पाई है. पुलिस 29 दिनों बाद भी सना के शव की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक पुलिस को ऐसा ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है, जिससे सना हत्याकांड की गुत्थी सुलझा सके. अब पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए 1 लाख रुपये की इनाम राशि देने की घोषणा की है.
हत्याकांड का मुख्य आरोपी अमित साहू उर्फ पप्पू साहू 29 दिनों से तरह-तरह के बयान देकर पुलिस को गुमराह कर रहा है. हालांकि, अब नागपुर पुलिस ने हत्या के सबूत जुटाने के लिए सना खान के शव के बारे में जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. जब तक पुलिस को लाश और हत्याकांड में शामिल होने वाले हथियार नहीं मिल जाता..तब तक पुलिस अमित साहू के खिलाफ कोर्ट में कुछ भी साबित नहीं कर पाएगी.
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अमित साहू का होगा नार्को टेस्ट
आरोपी अमित साहू 29 दिनों से पुलिस को गुमराह कर रहा है और पूछताछ के दौरान लगातार अपना बयान बदल रहा है. वहीं, दो बार पुलिस उसकी डिमांड भी ले चुकी है. आरोपी साहू के बयान के मुताबिक, नागपुर पुलिस और जबलपुर पुलिस जहां भी उसने निशान देही की थी उस जगह को सर्च कर चुकी है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. हालांकि अब नागपुर पुलिस ने कोर्ट से अमित साहू का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति ली है.
कई थ्योरी चल रही हैं
अमित साहू के बयान के बाद और पुलिस की अपनी जांच के बाद कई थ्योरी सामने आ रही हैं. ऐसा भी अनुमान है कि अमित साहू ने लाश के छोटे-छोटे हिस्से कर बाढ़ग्रस्त नर्मदा और हिरन नदी में फेंक दिए हैं और सना के कुछ कपड़े और भाई का आधार कार्ड सिवनी के पास के जंगलों में फेंक दिया है. ताकि पुलिस कोई भी सबूत बरामद न कर सके.
कहां गया चादर और कारपेट?
नागपुर पुलिस का कहना है कि अमित साहू ने पूछताछ में बताया कि लाश को चादर में लपेटकर और जिस कालीन में सना की लाश दिन भर पड़ी रही.. उस कालीन को उसने नदी में फेंक दिया था, लेकिन अभी तक न तो चादर मिली है न कालीन मिला. इतना ही नहीं सना की जिस डंडे से हत्या की गई है वो डंडा भी अब तक नहीं मिल पाया है.
नागपुर पुलिस एक बार जबलपुर में कर रही तलाशी
एक बार फिर नागपुर पुलिस की टीम जबलपुर आई है और उसने अमित साहू के घर, हिरन नदी के आसपास के तट और अमित साहू के ढाबे की तलाशी ली है, लेकिन इस तलाशी के दौरान भी पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लग सका है.
चार सहयोगी हिरासत में लिए गए
नागपुर पुलिस अमित साहू समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसके अलावा तेंदूखेड़ा के विधायक संजय शर्मा से भी पूछताछ की गई है. दरअसल, विधायक संजय शर्मा को नागपुर पुलिस ने नागपुर तलब किया और पूछताछ की. वहीं सूत्रों के मुताबिक, संजय शर्मा ने पूछताछ में बताया कि कभी अमित साहू उर्फ पप्पू उसके यहां काम किया करता था. इसके अलावा वो इस घटना से संबंधित कुछ भी नहीं जानते.
क्या है पूरा मामला?
भाजपा नेता सना खान अल्पसंख्यक सेल नागपुर की मंत्री रहीं और करीब 4 महीने पहले उसने जबलपुर के अमित साहू से कोर्ट मैरिज की थी. हालांकि 2 अगस्त, 2023 को सना खान नागपुर से जबलपुर आई और उसके बाद से वो लापता हो गई. सना के गायब होने के बाद परिजनों ने पति अमित साहू पर हत्या का आरोप लगाया. इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई और आखिरकार पुलिस ने अमित साहू को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में अमित साहू ने बताया कि सना से उसकी मुलाकात होने के बाद दोनों ने शादी कर ली थी और एक दिन ढाबे की पार्टनरशिप के नाम पर सना ने उसे 50 लाख रुपए दिए थे. सना ने रुपये और सोने की चेन वापस मांगी, जिसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया और उसने सना के सिर पर डंडा मारकर उसकी हत्या कर दी. वहीं सबूत मिटाने के लिए उसने लाश को हिरन नदी में फेंक दिया. हालांकि सना के जेवरात, कपड़ों और मोबाइल के संबंध में पूछताछ करने पर वह पुलिस के सामने बार-बार अपना बयान बदलता रहा है.
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