Ramakrishna Mission chief Swami Smaranananda passes away: रामकृष्ण मठ (Ramakrishna Math) और मिशन (Ramkrishna Mission) के अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद (Swami Smarananand Passes Away) महाराज ने मंगलवार 26 मार्च की रात 95 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. उम्र संबंधित समस्याओं के चलते वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दक्षिण कोलकाता स्थित रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान के अस्पताल शिशु मंगल में उन्होंने अंतिम सांस ली, यहां वे पिछले कई समय से भर्ती थे. बंगाल दौरे के दौरान प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) स्वामी जी से मिलने अस्पताल पहुंचे थे, जहां पीएम मोदी (PM Modi) ने उनके स्वास्थय के बारे में जानकारी ली थी.
जानिए कौन हैं स्वामी स्मरणानंद
स्वामी स्मरणानंद जी का जन्म 1929 में तमिलनाडु के तंजावुर के अंदामी गांव में हुआ था. 20 वर्ष की उम्र में वे मुंबई स्थित आश्रम के संपर्क में आए थे. रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) के विचारों से प्रेरित हो कर उन्होंने 1952 में साधू जीवन शुरू किया.
1976 में, वह बेलूर मठ के बगल में स्थित एक बड़े शैक्षणिक संस्थान, रामकृष्ण मिशन शारदापीठ के सचिव बने. 1983 में, उन्हें रामकृष्ण मठ का ट्रस्टी और रामकृष्ण मिशन के शासी निकाय का सदस्य नियुक्त किया गया. 17 जुलाई 2017 को 16वे अध्यक्ष के पद के लिए उन्हें चुना गया.
Srimat Swami Smaranananda ji Maharaj, the revered President of Ramakrishna Math and Ramakrishna Mission dedicated his life to spirituality and service. He left an indelible mark on countless hearts and minds. His compassion and wisdom will continue to inspire generations.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2024
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PM और CM ने जताया शोक
स्वामी जी के निधन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने शोक व्यक्त किया है. 'X' पर पोस्ट के ज़रिए मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया उन्होंने लिखा- "रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन, बेलूर मठ के अध्यक्ष, परम श्रद्धेय, पूज्य स्वामी स्मरणानंद जी महाराज जी द्वारा शरीर त्याग देने का समाचार अत्यंत दुखद है, हृदय को व्यथित करने वाला है. देश ने आज ऐसा महान मार्गदर्शक खो दिया, जिनकी शिक्षाओं और आध्यात्मिक चेतना ने असंख्य श्रद्धालुओं को नया जीवन दिया. इस दुखद क्षण में संपूर्ण विश्व में शोकाकुल आपके भक्तों, श्रद्धालुओं और साधकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं."
रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन, बेलूर मठ के अध्यक्ष, परम श्रद्धेय, पूज्य स्वामी स्मरणानंद जी महाराज जी द्वारा शरीर त्याग देने का समाचार अत्यंत दुखद है, हृदय को व्यथित करने वाला है।
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) March 27, 2024
देश ने आज ऐसा महान मार्गदर्शक खो दिया, जिनकी शिक्षाओं और आध्यात्मिक चेतना ने असंख्य श्रद्धालुओं को… pic.twitter.com/i0MIUZ4UZn
स्वामी जी 2017 में बने थे मठ के अध्यक्ष
स्वामी स्मरणानंद महाराज (Swami Smaranananda) साल 2017 में रामकृष्ण मठ और मिशन के 16वें अध्यक्ष बने थे. उन्होंने स्वामी आत्मस्थानंद की मृत्यु के बाद 17 जुलाई 2017 को अध्यक्ष का पद संभाला था. स्वामी स्मरणानंद जी का जन्म 1929 में तमिलनाडु के तंजावुर के अंदामी गांव में हुआ था, 22 साल की उम्र में स्वामी जी ने मठवासी जीवन अपना लिया था. रामकृष्ण मिशन ने स्मरणानंद महाराज के निधन की पुष्टि की, जारी बयान के अनुसार रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के परम पूज्य अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंदजी महाराज ने मंगलवार रात 8.14 बजे महासमाधि ले ली.
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