PM Narendra Modi Exclusive Interview: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को लेकर बड़ा कटाक्ष किया. उन्होंने आखिरी चरण के मतदान को लेकर कहा कि यह हमारा नया युग शुरू होगा. जो लोग बड़े सपने देख कर बड़े वादे कर रहे थे, यह उनके लिए आखिरी दौर है. यह चुनाव का आखिरी दौर नहीं, यह उनकी स्थितियों का भी आखिरी दौर है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को लेकर भी विपक्ष को घेरा. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग अपने आप को दलितों के हितैषी कहते हैं, आदिवासियों के हितैषी कहते हैं. वे हकीकत में उनके घोर दुश्मन हैं. इन्होंने रातों रात शैक्षणिक संस्थानों को अल्पसंख्यक संस्थान बना दिया और उसमें आरक्षण खत्म कर दिया.
ANI को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपने आखिरी दौर शब्द का इस्तेमाल किया, मुझे उसमें बहुत सी चीजें नजर आ रही हैं. एक तो यह कि हमारा नया युग शुरू होगा. दूसरा जो लोग बड़े सपने देख कर बड़े वादे कर रहे थे, यह उनके लिए भी आखिरी दौर है. चुनाव का आखिरी दौर है ऐसा नहीं है, यह उनकी स्थितियों का भी आखिरी दौर है."
'SC, ST, OBC के अधिकार को पिछले दरवाजे से छीन लिया गया'
वहीं आरक्षण को लेकर पीएम मोदी ने कहा, "मुझे मेरे SC, ST, OBC और अति पिछड़े भाई बहनों को सचेत करना है, क्योंकि इनको अंधेरे में रख कर के ये लोग लूट रहे हैं. चुनाव के समय में सबसे बड़ा संकट आ रहा है, उससे देशवासियों को मुझे जागरूक करना चाहिए. इसलिए मैं आग्रह पूर्वक जनता जनार्दन को समझा रहा हूं. दो चीजें हो रही हैं- एक भारत के संविधान की मूल भावना का हनन हो रहा है. संविधान की मर्यादाओं का तार-तार कर दिया जा रहा है और वो भी अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए.
मुझे याद है मैंने सदन में कभी कांग्रेस के नेताओं को सुना तो वे कहते थे कि PSU का आप निजीकरण कर रहे हैं तो आप आरक्षण मिटा देना चाहते हैं. ये सच्चाई नहीं है. जो लोग अपने आप को दलितों के हितैषी कहते हैं, आदिवासियों के हितैषी कहते हैं वे हकीकत में उनके घोर दुश्मन हैं. इन्होंने रातों रात शैक्षणिक संस्थानों को अल्पसंख्यक संस्थान बना दिया और उसमें आरक्षण खत्म कर दिया. दिल्ली में जो जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय है उसमें सारे आरक्षण खत्म हो गए. बाद में उभर कर आया कि करीब-करीब 10 हजार ऐसे संस्थान हैं जिसको इस प्रकार से आरक्षण के SC, ST, OBC के अधिकार को पिछले दरवाजे से छीन लिया गया है."
बंगाल में ओबीसी सर्टिफिकेट को लेकर बोले पीएम मोदी
2010 के बाद पश्चिम बंगाल में जारी किए गए सभी OBC प्रमाण पत्रों को रद्द करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "उनके पास एक कार्यप्रणाली है. सबसे पहले, उन्होंने आंध्र प्रदेश में कानून बनाकर इसे अल्पसंख्यकों को देने का पाप शुरू किया, वे हार गए. सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया क्योंकि संविधान इसकी अनुमति नहीं देता है. इसलिए उन्होंने चतुराई से पिछले दरवाजे से खेल शुरू किया और इन लोगों ने रातों-रात मुस्लिमों की सभी जातियों को ओबीसी बना दिया और ओबीसी से उनके अधिकार छीन लिए. जब हाई कोर्ट का फैसला आया तो साफ हो गया कि इतना बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है, लेकिन उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए अब वो न्यायपालिका का भी दुरुपयोग कर रहे हैं. ये स्थिति किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं हो सकती."
यह भी पढ़ें - सागर में दलित युवती की मौत मामले में गरमाई सियासत, दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर-एसपी को हटाने की मांग की
यह भी पढ़ें - Coal Scam: सौम्या चौरसिया ने बच्चों की परवरिश के लिए मांगी बेल, हाईकोर्ट ने की खारिज