Ram Lala Ayodhya: अयोध्या (Ayodhya) में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) की तैयारियां पूरी हो चुकी है. मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति (Ramlala Statue) को स्थापित कर दिया गया है. जिसके बाद मूर्ति की पहली पूरी तस्वीर सामने आई है. जिसमें रामलला के माथे पर तिलक और उनके चेहरे पर मधुर मुस्कान देखी जा रही है.
इससे पहले भी सुबह रामलला (Ramlala) की एक तस्वीर सामने आई थी. जिसमें उनकी आंखों में पीले कपड़े की पट्टी बंधी हुई और गले में फूलों की माला दिख रही थी. बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी रामलला की एक तस्वीर सामने आई थी. जिसमें उनका चेहरा पीले कपड़े से ढका हुआ था. जबकि शरीर को सफेद कपड़े से ढका गया था.
राम मंदिर (Ram Mandir) में प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी से ही अनुष्ठान शुरू हो गए हैं. 17 जनवरी (बुधवार) को गर्भगृह में स्थापित होने वाली रामलला की 200 किलो वजन की नई मूर्ति को जन्मभूमि मंदिर परिसर में बुधवार को लाया गया था और जिसे गुरुवार को गर्भगृह में पहुंचाया गया था. 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल बना हुआ है.
परिसर में घुमाई गई मूर्ति
पहले रामलला की मूर्ति को मंदिर परिसर में भ्रमण कराने का निर्णय लिया गया था, लेकिन मूर्ति का वजन ज्यादा होने के कारण इसकी जगह रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति परिसर में घुमाई गई. अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 दिग्गज शामिल होंगे. इनमें 4000 संत भी शामिल होंगे.
एक हफ्ते चलेगा प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरु हो गया है, जो कि अगले 7 दिन तक चलेगा. 16 जनवरी को मंदिर ट्रस्ट, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से यजमान प्रायश्चित समारोह की शुरुआत की गई. जिसके बाद 17 को पांच साल के रामलला की मूर्ति के साथ एक काफिला अयोध्या पहुंचा और रामलला की मूर्ति गर्भगृह में लाई गई. जबकि 18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ-साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू हुए.
19 जनवरी को मंदिर में पवित्र अग्नि जलाई जाएगी और नवग्रह की स्थापना कर हवन किया जाएगा. इसके बाद 20 जनवरी को राम मंदिर के गर्भगृह को सरयू के जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और 'अन्नाधिवास' अनुष्ठान किया जाएगा. वहीं 21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा और 22 जनवरी की सुबह की पूजा के बाद दोपहर में 'मृगशिरा नक्षत्र' में रामलला के मूर्ति का अभिषेक किया जाएगा.
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हर कोई अपने तरीके से बनाना चाहता है खास
पूरे देश में 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल बना हुआ है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश से अयोध्या में बड़ी संख्या में राम भक्त जाने की तैयारी में हैं. भगवान राम के लिए लोगों की भक्ति ऐसी है कि कोई अपने शहर से पैदल ही अयोध्या के लिए निकल पड़ा है तो कोई साइकिल से अयोध्या जाने की तैयारी में है. हर कोई अपने-अपने तरीके से 22 जनवरी को यादगार बनाना चाहता है. हर प्रदेश से अयोध्या के लिए कुछ ना कुछ भेजा जा रहा है.
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