First aid for fever: वैसे तो एक हेल्दी बॉडी का टेंपरेचर 98.6 F के करीब होता है, लेकिन जब शरीर का तापमान बढ़ता है तो यह कभी-कभी 100-101 या 103-104 तक भी पहुंच जाता है, शरीर का तापमान बढ़ने की स्थिति को बुखार कहा जाता है. सामान्य तौर पर बुखार आने पर शरीर में दर्द होने लगता है, कई बार सिरदर्द, उल्टी और अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं. ऐसे में बुखार आने पर सबसे पहले आपको क्या करना चाहिए आइए हम आपको बताते हैं.
बुखार में शरीर का तापमान
बच्चों में बुखार आने पर क्या करें? (First aid for fever in children)
बच्चों में बुखार का पता आप शरीर के तापमान से लगा सकते हैं. इन घरेलू चीजों की मदद से आप बच्चों का टेंपरेचर कम कर सकते हैं -
- बच्चे को लिक्विड डाइट दें.
- अपने बच्चे को हल्के कपड़े पहनाएं.
- अगर बच्चे को ठंड लगती है तो हल्के कंबल का प्रयोग करें जब ठंड खत्म हो जाए तो उसे हटा दें.
- बच्चों और टीनएजर्स को एस्पिरिन ना दें. अगर आपका बच्चा 6 महीने का या उससे ज्यादा का है तो बच्चे को एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) या इबुप्रोफेन (एडविल, मोटरीन) दें.
फीवर होने पर बच्चों को डॉक्टर के कब लेकर जाएं?
अगर आपका बच्चा 3 महीने से कम उम्र का है और उसे बुखार है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
बच्चों में गंभीर बुखार के लक्षण | Symptoms of high fever in children
एडल्ट में बुखार का इलाज (First aid for fever in Adults)
वयस्क लोगों में 103 F (39.4 C) या इससे ज्यादा बुखार वाले व्यस्क में गंभीर बुखार के लक्षण दिखाई देंगे. ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
घर पर कैसे करें बुखार का इलाज
- हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब सारा पानी या लिक्विड लें.
- हल्के कपड़े पहने, ठंड लग रही है तो हल्के कंबल का प्रयोग करें और जब ठंड खत्म हो जाए तो हटा दें.
- एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन जैसी दवा लें.
वयस्कों में बुखार होने पर डॉक्टर को कब दिखाएं?
शरीर का तापमान कैसे चेक करें? | How to check body temperature?
- किसी भी मरीज के शरीर का तापमान चेक करने के लिए हमेशा डिजिटल थर्मामीटर का प्रयोग करें.
- ओरल थर्मामीटर का उपयोग मुंह में किया जाता है.
- टेम्पोरल धमनी थर्मामीटर माथे पर उपयोग किया जाता है.
- बगल या कान में इस्तेमाल किए जाने वाले थर्मामीटर कम सटीक माने जाते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.