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Dengue Fever: देश के सबसे स्वच्छ शहर में भी तेजी से फैल रहा है 'जानलेवा बुखार', 500 के पार पहुंचा आंकड़ा

Dengue Fever Treatment: मध्य प्रदेश का इंदौर शहर यू तो देश का सबसे साफ-सुथरा शहर है. इसके बाद भी यहां डेंगू का कहर बढ़ता चला जा रहा है. हालात ये है कि यहां डेंगू पीड़ितों की संख्या 500 के पार हो गई है.

Dengue Fever: देश के सबसे स्वच्छ शहर में भी तेजी से फैल रहा है 'जानलेवा बुखार', 500 के पार पहुंचा आंकड़ा

Dengue Fever Symptoms: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) का इंदौर (Indore) यूं तो देश का सबसे स्वच्छ शहर है, इसके बावजूद यहां डेंगू (Dengue) का डंक बड़ी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. हालात ये हैं कि इस साल अब तक 514 डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं. यह सिलसिला अब भी जारी है. इंदौर में मंगलवार को फिर डेंगू के रिकॉर्ड 11 नए मरीज सामने आए. इसके साथ ही अब शहर में कुल डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 514 हो गई है और इसमें लगातार इजाफे की आशंका जताई जा रही है. यह दूसरी बार है, जब इंदौर में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 500 के पार आ गया है. इसके पहले 2021 में सर्वाधिक 1201 मरीज मिले थे.

इंदौर में पिछले 8 सालों का डेंगू आंकड़ा

       साल             आंकड़े
 

  • 2023.            458
  • 2022.            242
  • 2021.           1201
  • 2020.            86
  • 2019.            356
  • 2018.            358
  • 2017.           167
  • 2016.           155


जागने के बाद फिर सो गया प्रशासन

हैरानी की बात ये है कि इसी साल जुलाई में जब डेंगू के मरीजों की संख्या 100 के पार हुई थी, तब एंटी लार्वा ड्रोन की शुरुआत की गई थी. हालांकि, एक महीने बाद इसे बंद कर दिया गया. इस पर अधिकारियों का कहना था कि प्रशासन से चर्चा कर जल्द इस ड्रोन सेवा की शुरुआत दोबारा की जाएगी.

एंटी लार्वा ड्रोन का होगा इस्तेमाल

खास बात ये है कि यह ड्रोन ऐसे स्पॉट्स को आसानी से ढूंढ निकालता है, जहां पर लार्वा आसानी से पनपता है. इसी के साथ ऊंची इमारत,  घरों की छत, सरकारी इमारत की टंकी आदि में भी अगर लार्वा तैयार हो रहा है, तो उसकी आइडेंटिफिकेशन इस ड्रोन के जरिए आसानी से हो जाती है. इसके अलावा ऐसी जगह जहां एंटी लारवा टीम नहीं पहुंच सकती हो, वहां यह ड्रोन जाकर छिड़काव कर लार्वा को नष्ट करने में सक्षम है.

अधिकारी बोले, उठा रहे हैं ये कदम

वहीं, डेंगू के रोकथाम को लेकर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल का कहना था कि उनकी टीम की ओर से लगातार इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग की जा रही है. इसके साथ ही शहर वासियों के बीच जाकर जन जागरुकता के तहत उन्हें डेंगू से बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं. साथ ही समझाइश भी दी जा रही है कि खुली जगह पर पानी को रुकने न दें. अगर आप किसी बर्तन में पानी जमा कर रहे हैं, तो उसे ढक कर रखें.

ऐसे करें डेंगू की पहचान (Symptoms of Dengue)

इंदौर शहर में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रही है. ऐसे ये सवाल पैदा होता है कि बुखार होने पर ये कैसे पता करें कि ये डेंगू है या कोई सामान्य बुखार है. इस संबंध में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताने जा रहे हैं, जिसका सामना करने के बाद आपको पता चल जाएगा कि आप डेंगू से पीड़ित हैं. डेंगू के लक्षण आम तौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के चार से 10 दिन बाद इस का एहसास शुरू होता है. डेंगू बुखार होने पर तेज बुखार 104 एफ के साथ मरीज में आम तौर पर ये लक्षण भी देखे जाते हैं. 

  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों, हड्डी या जोड़ों में दर्द
  • जी मिचलाना
  • उल्टी आना
  • आंखों के पीछे दर्द
  • ग्रंथियों में सूजन

लक्षण दिखते ही डॉक्टर से करें संपर्क 

गंभीर डेंगू बुखार मरीज के जीवन के घातक हो सकता है. यदि आप हाल ही में किसी ऐसे क्षेत्र में गए हैं, जहां डेंगू बुखार का प्रकोप फैला है, और आपको भी बुखार से पीड़ित है और आप में ऊपर बताए गए डेंगू के कोई लक्षण दिखाई दे रहा हैं, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लें. 

गंभीर डेंगू में हो सकती है मौत

डेंगू से पीड़ित मरीज आम तौर पर एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं. हालांकि, कुछ मामलों में केस बिगड़ जाते हैं और जीवन के लिए खतरा उत्पन्न हो जाता है. गंभीर डेंगू को डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम कहा जाता है.ऐसे मामले में रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और उनमें रिसाव होने लगता है. वहीं, रक्त प्रवाह में थक्का बनाने वाली कोशिकाओं (प्लेटलेट्स) की संख्या काफी कम हो जाती है. इससे सदमा, आंतरिक रक्तस्राव, अंग विफलता और यहां तक कि मरीज की मौत भी हो जाती है. 

ये हैं गंभीर डेंगू बुखार के संकेत (Serious Symptoms of Dengue)

डेंगू बुखार जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली आपातकालीन स्थिति को कहते हैं. इस दौरान मरीज की हालत तेजी बिगड़ने लगती है. इसकी खास बात ये है कि बुखार शुरू होने के पहले या दो दिन बाद शुरू होते हैं. इस दौरान इस तरह के लक्षण देखे जाते हैं. 

  • पेट में तेज दर्द
  • लगातार उल्टी होना
  • मसूड़ों या नाक से खून आना
  • मूत्र, मल या उल्टी में रक्त आना
  • त्वचा के नीचे रक्तस्राव, जो चोट लगने जैसा दिखता है
  • सांस लेने में कठिनाई या तेज़ होना
  • तेज थकान
  • चिड़चिड़ापन या बेचैनी


ऐसे करें बचाव

डेंगू रोकथाम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बात पर जोर देता है कि जिन मच्छरों के काटने से खुद को बचाना और मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करना डेंगू बुखार के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है. यदि आप ऐसे इलाके में रहते हैं या यात्रा करते हैं, जहां डेंगू बुखार का प्रकोप फैला है, तो इससे बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं. 

  • वातानुकूलित या अच्छी तरह से स्क्रीन वाले आवास में रहें. 
  • लंबी बाजू वाली शर्ट, लंबी पैंट, मोज़े और जूते जैसे सुरक्षात्मक ड्रेस ही पहनें
  • मच्छर को भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें
  • मच्छरों के निवास स्थान यानी आस-आस जमे पानी को साफ करें

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