
केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ( Bhupendra Yadav) ने शनिवार को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) से चीतों को स्थानांतरित करने की किसी भी योजना से इनकार किया. उन्होंने कुनो (Kuno National Park ) से चीतों के स्थानांतरण के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इसके स्थानांतरण लिए कोई योजना नहीं चल रही है. स्वाभाविक रूप से मॉनसून के कारण जो कीड़े आते हैं, उसका संक्रमण हमारे ध्यान में आया है. इस संक्रमण के कारण दो चीते की मौत हो गई है.''
उन्होंने कहा कि हमने दक्षिण अफ्रीका एवं नामीबिया के विशेषज्ञों के साथ भी जानकारी साझा की है. हम इस प्रबंधन पर आगे बढ़ रहे हैं.
हम एक-एक चीते को लेकर पूरी तरह चिंतित हैं: केंद्रीय मंत्री
भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘‘चीतों के स्थानांतरण के बाद यह पहला साल है. यहां के मौसम की स्थिति और उसके प्रभावों को लेकर लगातार काम चल रहा है. मैं बड़े विश्वास के साथ कह रहा हूं कि हम इस प्रोजेक्ट में गंभीरता से लगे हुए हैं. हम एक-एक चीते को लेकर पूरी तरह चिंतित हैं.''
इसके आगे उन्होंने कहा, ‘‘चीता ‘प्रोजेक्ट' एक लंबा ‘प्रोजेक्ट' हैं, जिसमें हर वर्ष चीते आने हैं. हम हर चीते के लिए चिंता कर रहे हैं. चीता ‘प्रोजेक्ट' सफल होगा.''
इसमें चार शावकों के जन्म के बाद चीतों की कुल संख्या 24 हो गई थी लेकिन तीन शावकों सहित नौ चीतों की मौतों (Cheetahs Death) के बाद यह संख्या घटकर अब 15 रह गई है.