सिंगर बनने के लिए घर से भागे रघुबीर यादव
'महंगाई डायन खाए जात है'.महंगाई जब भी जोर पकड़ती है तो हर किसी की जुबान से बस यही एक गाना सुनाई देता है. ये गाना गाया है मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्मे साधारण से दिखने वाले बेहद असाधारण कलाकार ने. इनकी एक और भी पहचान है. इन्हें लोग फुलेरा गांव के प्रधान जी के नाम में भी जानते हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री में अपनी एक्टिंग और गायकी का लोहा मनवाने वाले छोटे से कद के बड़े एक्टर रघुबीर यादव की. ये पहले ऐसे भारतीय एक्टर हैं जिनकी आठ फिल्मों को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है. रघुबीर यादव फिल्म, टीवी के साथ साथ इन दिनों वेब सीरीज की दुनिया में भी तहलका मचा रहे हैं. मुंगेरी लाल के हसीन सपने से लेकर लगान और इसके बाद हिट वेब सीरीज पंचायत तक दर्शक रघुबीर यादव की एक्टिंग के हमेशा से कायल रहे हैं.
मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुआ 'प्रधान जी' का जन्म
रघुबीर यादव का जन्म 25 जून 1957 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ. रघुबीर के पिता एक किसान थे. रघुबीर यादव बचपन से ही सिंगर बनना चाहते थे. महज 15 साल की उम्र में जब वो दसवीं में फेल हो गए तो उन्होने सिंगर बनने की ख्वाहिश रखी. घरवाले जब उनकी इच्छा को समझ नहीं पाए तो मजबूर होकर एक दिन रघुवीर यादव घर से भाग गए और जा पहुंचे माया नगरी कहे जाने वाले मुंबई शहर. मुंबई में कई सालों तक रघुबीर ने थिएटर में काम किया और पपेट शो किए. फिर 1977 में उन्होंने एनएसडी ज्वाइन किया. NSD पास आउट होने के बाद जब रघुवीर यादव ने एक्टिंग में हाथ आजमाने की कोशिश की तो छोटा कद और एवरेज लुक के चलते लोगों ने इन्हें तवज्जो नहीं दी.
दिन भर काम करने के बाद मिलते थे सिर्फ ढाई रुपए
आपको बता दें कि मुंबई आने के बाद कई साल तक रघुबीर यादव एक पारसी थिएटर में काम करते रहे. यहां दिनभर में उनको महज ढाई रुपए मिलते थे. इसके लिए भी उनको काफी मेहनत करनी पड़ती थी. लेकिन अपना गुजारा करने के लिए रघुबीर यादव को यहां कई साल तक बहुत कम पैसे में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा. यहां स्टेज में एक्टिंग करने के साथ साथ रघुबीर एक्स्ट्रा पैसे के लिए स्टेज भी तैयार करते थे. अपने घर को चलाने के लिए रघुबीर यादव काफी समय तक पपेट शो करते रहे, हालांकि यहां मेहनत ज्यादा और पैसा कम था लेकिन इस पैसे से वो एनएसडी की तैयारी करते थे.
लगान से लेकर चाचा चौधरी तक, हर किरदार दमदार
रघुबीर यादव के करियर की शुरूआत तो 1985 में हुई जब इनको सलाम बॉम्बे में छोटा सा रोल मिला. रघुबीर ने इस रोल में जान डाल दी और उनकी काफी तारीफ हुई. इसके बाद उनको बतौर नायक पहली फिल्म मिली जिसका नाम था मैसी साहब. इस फिल्म ने सफलता के झंडे गाड़ दिए. इसके बाद इंडस्ट्री में रघुबीर यादव के काम की पहचान होने लगी. 1993 में आई फिल्म रुदाली और 1993 में आई बैंडिट क्वीन में भी रघुबीर यादव का किरदार काफी सराहा गया. इसके बाद अर्थ और लगान फिल्म में रघुबीर आमिर खान के साथ दिखे और उनके काम की काफी सराहना हुई. इसके अलावा वॉटर ,पिपली लाइव और न्यूटन जैसी फिल्मों में भी रघुबीर यादव की जबरदस्त एक्टिंग देखने को मिली. रघुबीर यादव ने टीवी के हिट सीरियल मुंगेरी लाल के हसीन सपने के जरिए लोगों को अपना दीवाना बना लिया.
जल्द आने वाला है पंचायत सीजन 3
रघुबीर यादव ऐसे पहले इंडियन एक्टर हैं जिनकी आठ फिल्मों को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सिल्वर पीकॉक पुरस्कार से नवाजे जाने वाले रघुबीर यादव पहले भारतीय एक्टर हैं. वेब सीरीज में जब रघुबीर यादव पंचायत के प्रधान जी बने तो उनकी लौकी के साथ साथ उनकी एक्टिंग को देखकर नई जनरेशन भी उनकी दीवानी हो गई. रघुबीर यादव एक्टिंग के साथ ही बेहतरीन लोक गायक भी हैं. वो म्यूजिक कंपोजर भी हैं. उन्होंने कई फिल्मों में गाने भी गाए हैं और पीपली लाइव में गाया उनका गाना 'महंगाई डायन खाय जात है'काफी लोकप्रिय हुआ था. रघुबीर यादव के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स में वेब सीरीज पंचायत का पार्ट 3 है. नया सीजन अक्तूबर या नवंबर में स्ट्रीम हो सकता है.