
Bhopal News: बीते दिन भोपाल (Bhopal) के रविंद्र भवन (Ravindra Bhawan) में राइटर भार्ती यादव (Bharti Yadav) की बुक प्यार का सफर (Pyaar Ka Safar) लॉन्च हुई. जिसमें भोपाल के तमाम राइटर्स ने इस इवेंट में हिस्सा लिया. इनके अलावा दो प्रसिद्ध लेखक दिव्य प्रकाश दुबे (Divya Prakash Dubey) और नीलोत्पल (Nilotpal) ने भी इस इवेंट में हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्होंने बुक के अलावा अन्य मुद्दों पर भी काफी कुछ कहा.
'छोटे से गांव से आया हूं'
लेखक निलोत्पल ने कहा कि मैं एक छोटे से गांव से आया हूं. अगर मैं भोपाल को छोटा शहर कहूंगा तो यह लगेगा कि मुझे भूगोल नहीं आता या तो मैंने भोपाल नहीं देखा. भोपाल शुरू से ही रचनात्मक शहर और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है. साहित्य की गतिविधियों का भी केंद्र रहा है. रविंद्र भवन एक ऐसा स्थान है, जहां हम साहित्य की झलक देखते हैं. भोपाल ऐसी जगह है जहां लोगों को लेखक और डायरेक्टर मिले हैं. मुझे बहुत खुशी है कि हम यहां आते हैं, दर्शकों से मिलते हैं और यहां कुछ सीखते हैं.
'50% लोग भोपाल से मिलते हैं'
राइटर दिव्य प्रकाश दुबे ने कहा कि मैं मुंबई में बॉलीवुड के लोगों से मिलता हूं तो मुझे 50% लोग भोपाल-इंदौर के मिलते हैं. वो लोग जिनको काम करनी की भूख है. वह उनका जज्बा बढ़ा देता है. मध्य प्रदेश हिंदी भाषा राज्य है. अगर आप मुंबई अपने शहर को लेकर जाएंगे तो आपके लिए आगे का रास्ता बहुत ही आसान रहेगा और जितना आप अपनी जमीनी हकीकत को पकड़ कर रखेंगे, उतना ही आप सफल होंगे. जो लेखक अपनी किताब लिखते हैं. वो अपनी दुनिया ही पन्नों में उतारते हैं. जो हम अपने चारों तरफ देख रहे हैं, उनको पन्नों में उतारना यही एक लेखक की विशेषता होती है.
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