
Women's Day Special : आमतौर पर खेती को पुरुषों का काम माना जाता है, लेकिन काम चाहे कोई-सा हो भी... आज की नारी हर क्षेत्र में पुरुषों से कड़ा मुकाबला कर रही है. ऐसी ही एक महिला से मिलिए, जिनका नाम है - अदिति कश्यप जो छत्तीसगढ़ के कवर्धा ज़िले की रहने वाली है. 50 साल की अदिति कश्यप अपने मायके और ससुराल की करीब 70 एकड़ जमीन पर वैज्ञानिक पद्धति से खेती कर रही हैं. साथ ही इस काम से लाखों रुपये भी कमा रही हैं. दरअसल, अदिति कश्यप कवर्धा के पालीगुड़ा की रहने वाली हैं. जब वह 13 साल की थीं, तभी से खेती के काम में रुचि लेने लगी थीं. उनके पिता के पास 54 एकड़ जमीन थी और घर में कोई बेटा नहीं था. ऐसे में खेतों की देखभाल की जिम्मेदारी उन पर आ गई. उन्होंने मजदूरों और किसानों को काम सौंपना सीखा और धीरे-धीरे खेती में निपुण हो गईं.
पति हैं पुलिस अधिकारी, लेकिन खेती से लगाव बरकरार
अदिति के पति पुलिस विभाग में DSP हैं, लेकिन उन्होंने कभी अपने पद का घमंड नहीं किया. अदिति आज भी खुद खेतों में काम करती हैं. उनके ससुराल में 15 एकड़ जमीन है और मायके की जमीन मिलाकर वह कुल 70 एकड़ में खेती कर रही हैं.

अदिति ने फसल उत्पादन किया. साथ ही मेड़ों पर फलदार पेड़ भी लगाए, जिससे अतिरिक्त आमदनी होती है. उनके तीन बेटियां हैं और कोई बेटा नहीं, लेकिन उन्होंने खुद को किसी से कम नहीं समझा और खेती को अपनी पहचान बना लिया.
किसानों को भी सिखा रहीं उन्नत खेती के गुर
अदिति खुद खेती करने के साथ-साथ भारतीय किसान संघ से जुड़कर हजारों किसानों को उन्नत खेती की ट्रेनिंग भी दी है. वह किसानों को बताती हैं कि कैसे वैज्ञानिक तरीकों से ज्यादा पैदावार ली जा सकती है.
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अदिति की मेहनत और सफलता को देखते हुए उन्हें कई बड़े पुरस्कार भी मिले हैं. साल 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कर्मण्य अवार्ड दिया. फिर साल 2024 में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रानी अवंतीबाई लोधी वीरता पुरस्कार दिया. और उसी साल यानी कि 2024 में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें सफल महिला कृषक के रूप में सम्मानित किया.
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