
Nalanda Parisar in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) में संचालित नालंदा परिसर (Nalanda Complex) प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है. वर्ष 2018 से संचालित इस लाइब्रेरी (Nalanda Library) से अब तक यूपीएससी, सीजी पीएससी, व्यापमं परीक्षाओं करीब 250 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं. जिसके बाद इस लाइब्रेरी के तर्ज पर राज्य की नई बीजेपी सरकार (BJP Government) ने प्रदेश में 22 नए नालंदा परिसर खोलने का ऐलान कर दिया है.
निश्चित तौर पर सरकार के इस ऐलान का फायदा राज्य के युवाओं को मिलेगा. लेकिन, मॉडल लाइब्रेरी में काम करने वाले स्टाफ की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है. इस लाइब्रेरी के स्टाफ अपनी समस्याओं से परेशान हैं. जिसे जानने के लिए NDTV की टीम ने लाइब्रेरी का दौरा किया और वहां के स्टाफ की समस्याओं को जानने की कोशिश की.
लाइब्रेरी के स्टाफ के नहीं मिली वेतन
राजधानी रायपुर स्थित नालंदा परिसर में 2500 विद्यार्थी या अभ्यर्थी के लिए पढ़ने की व्यवस्था है. इसका फायदा भी विद्यार्थियों को मिल रहा है. लेकिन, इस लाइब्रेरी के कर्मचारी वेतन और छुट्टी की समस्या से जूझ रहे हैं. इसके अलावा आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस परिसर में सेटअप के अनुसार कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई है. आपको बता दे कि नालंदा परिसर का संचालन कलेक्टर की अध्यक्षता में एक सोसायटी द्वारा किया जाता है.
250 से ज्यादा अभ्यर्थी हुए चयनित
वर्ष 2018 से संचालित इस लाइब्रेरी से अब तक यूपीएससी, सीजी पीएससी और व्यापमं जैसी परीक्षाओं में अब तक करीब 250 से ज्यादा अभ्यर्थी चयनित हो चुके हैं. इसके अलावा इस परिसर को राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी मिल चुका है. वर्तमान में इस परिसर में करीब 2500 विद्यार्थियों या अभ्यर्थियों के पढ़ने की व्यवस्था है.
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