
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में पुलिस विभाग का एक कांस्टेबल अपने ही विभाग के लोगों से प्रताड़ित हो गया. उसके घर में चोरी हुई, उसके साथ धोखाधड़ी हुई, रिपोर्ट भी दर्ज हुई लेकिन आरोप है कि एक अन्य कांस्टेबल ने चोरों से पैसे लेकर उन्हें छोड़ दिया. स्टेनो ने भी खूब धमकाया.अपनों के सामने ही बेइज्जत हुआ. इन्हीं सब प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित आरक्षक ने नौकरी छोड़ने का फैसला करते हुए इस्तीफा दे दिया है.
आरक्षक ने पुलिस महानिदेशक सरगुजा के स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया है. तमाम आरोप अपने विभाग और विभाग के अधिकारियों पर लगाए हैं. इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.
ये है मामला
बताया जा रहा है कि सरगुजा जिले के लुण्ड्रा थाने में पदस्थ आरक्षक अमित रजवाड़े का घर लखनपुर में है. जहां कुछ समय पहले चोरी हुई थी. जिसका रिपोर्ट उसके परिजनों ने लखनपुर थाने में दर्ज करवाई थी. लेकिन जब मामले के चोर पकड़े गए तो लखनपुर का एक आरक्षक अमित तिवारी पैसा लेन-देन कर चोरों को छोड़ दिया गया, जिससे उसे अपने परिवार में ही बेइज्जती उठानी पड़ी.
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FIR दर्ज होने के बाद भी कार्रवाई नहीं
आरक्षक का आरोप है कि इस घटना के बाद फिर से उसके घर 20 जनवरी 2018 को एक बार फिर चोरी हुई तो उसने इसकी शिकायत लखनपुर थाने में दर्ज कराई, लेकिन आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. आरक्षक का कहना है कि पिछले वर्ष 2 फरवरी 2024 को अम्बिकापुर में जमीन खरीदी के नाम पर कुछ लोगों ने 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर दी. जिसकी शिकायत उसने मणीपुर थाना में दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई ही नहीं हुई.
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शिकायत की तो होगा ट्रांसफर
आरक्षक का यह भी आरोप है कि उसने इस पूरे मामले की शिकायत जब पुलिस अधीक्षक सरगुजा व रेंज के आईजी से की तो आईजी के स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा ने उसे शिकायत नहीं करने की बात कही. बलरामपुर ट्रांसफर कर देने की धमकी भी दी. इसके बाद अब बलरामपुर में ट्रांसफर कर दिया गया. इस पूरी प्रताड़ना से तंग आकर उसने त्याग पत्र दिया है. हालांकि इस बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है मामला एक आरक्षक के त्यागपत्र से जुड़ा हुआ है, इसलिए उसके आरोपों की जांच की जा रही है. आरक्षक का त्यागपत्र फिलहाल स्वीकार नहीं किया गया है.