
Child marriage in Chhattisgarh: आज के इस शिक्षित समाज में भी लोग अपने बच्चों का बाल विवाह (Child Marriage) कराने से नहीं डरते हैं. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) जिले के रामानुजनगर ब्लॉक में तीन बाल विवाह के मामले सामने आए हैं. जिसके बाद पुलिस तुरंत वहां पहुंची और मामले का संज्ञान लेते हुए विवाह रुकवाया. बाद में सभी परिवार वालों को समझाकर और अंतिम चेतावनी देकर पुलिस ने मामले को रफा-दफा कर दिया.
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ऐसे मिली जानकारी
बाल सरंक्षण इकाई को रामानुजनगर ब्लॉक के अलग-अलग गांव में बाल विवाह की जानकारी मिली. जिसके बाद बाल सरंक्षण इकाई और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और विवाह को रुकवाया. पुलिस के अधिकारियों ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी और समझा- बुझाकर मामला खत्म कर दिया.
एक साथ हो रहे थे तीन बाल विवाह
दरअसल रामानुजनगर के सरईपारा गांव में एक ही जगह पर तीन बाल विवाह कराए जा रहे थे. इसकी जानकारी मिलने के बाद वहां बाल संरक्षण, चाइल्ड लाइन और रामानुजनगर पुलिस की संयुक्त टीम वहां पहुंचीं. शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच करने पर मामले की पूरी तरह पुष्टी हुई.
पुलिस को देख डर गए लोग
जैसे ही गांव वालों ने पुलिस को देखा तो वो डर गए. ऐसे में परिजनो को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए पुलिस ने उन्हें समझा -बुझाकर छोड़ दिया. बाल विवाह की नाबालिग लड़कियों को टीम की महिला स्टॉफ के माध्यम से सखी सेंटर भेजा गया.
बाल कल्याण समिति के सामने किया जाएगा पेश
लड़कियों को सखी सेंटर से सीधा बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. पूरे मामले में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जयसवाल ने बताया कि विभाग के द्वारा जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं. जिस भी जगह से बाल विवाह की जानकारी मिलती है उसे समय रहते रोक लिया जाता है.
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