भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने जिला मुख्यालय सूरजपुर में कन्या महाविद्यालय बनाने का ऐलान किया. महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए 465 लाख रुपये की स्वीकृति मिल गई है. इसकी स्वीकृति मिलने से बालिकाओं में खुशी का माहौल नजर आ रहा है. वहीं सीएम की ओर से भवन निर्माण के लिए 465 लाख रुपये की स्वीकृति मिलने के बाद जिलावासियों और छात्राओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया है.
काफी समय से जिलावासी कर रहे थे मांग
दरअसल, सूरजपुर जिलावासी लंबे समय से ये मांग कर रहे थे कि जिले में बालिकाओं को बेहतर शिक्षा व बालिका सशक्तिकरण के उद्देश्य से एक अलग कॉलेज होना चाहिए. हालांकि साल 2008 में तत्कालीन भाजपा विधायक रेणुका सिंह ने सार्वजनिक मंच से ये घोषणा भी की थी कि सूरजपुर क्षेत्र की युवतियों, महिलाओं को सुरक्षित माहौल के साथ उच्च शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से कन्या महाविद्यालय की स्थापना की जायेगी. हालांकि ये घोषणा सिर्फ मंचों तक रह गई और आज तक कन्या महाविद्यालय की घोषणा धरातल पर दिखाई नहीं दी.
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वहीं बीते साल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सूरजपुर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्राओं की मांग पर जिला मुख्यालय में कन्या महाविद्यालय पर मुहर लगाई थी, लेकिन भूमि आबंटन प्रक्रिया अभी तक लंबित थी. हालांकि अब प्रशासनिक अधिकारियों ने वन विभाग की भूमि काजूबाड़ी के निकट शासकीय भूमि को चिन्हित कर लिया है और इसके लिए सूरजपुर कलेक्टर ने डीएफओ को प्रस्ताव भेजा है. इसके अलावा नगरपालिका से भी प्रस्ताव देने की मांग की गई है. बता दें कि जब से स्थानीय कन्या महाविद्यालय की स्थापना हुई है तब से रेवती रमण मिश्र महाविद्यालय परिसर में इसकी कक्षाएं संचालित हो रही है.
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