
Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले (Sukma District) में नक्सलियों (Naxalites) के बिछाए प्रेशर आईईडी (IED) की चपेट में आने से एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपुंजे सोमवार को शहीद हो गए. उनकी शहादत के बाद रायपुर स्थित आकाश के घर पर शोक का माहौल है.
दो दिन बाद ही था बेटी का जन्मदिन
उनकी मौत ऐसे वक्त में हुई है, जब दो दिन बाद ही उनकी बेटी का जन्मदिन था. उन्होंने अपनी बिटिया से उनका जन्मदिन मनाने के लिए आने का वादा किया था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. उनके पहुंचने से पहले उनकी मौत की दुखद खबर उनके घर वालों तक पहुंच गई. दरअसल, आकाश के दो बच्चे थे, एक बेटा एक बेटी. बेटी पीहू का जन्मदिन 11 जून को था.
2013 में ज्वाइन की थी पुलिस सेवा
2013 में फर्स्ट अटेम्प में राज्य पुलिस सेवा में उनका चयन हुआ था. इससे पहले वह यूको बैंक में PO के पद पर तैनात थे. इस प्रकार उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़कर पुलिस ज्वाइन की थी.
शहीद ASP के घर लगा लोगों का तांता
शहीद ASP आकाश की मौत की खबर के बाद उनके घर जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.
राज्यपाल ने जताया दुख
राज्यपाल रमेन डेका ने नक्सलियों की ओर से सुकमा के डोंड्रा के नजदीक किए गए IED विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया. राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की सद्गति और शोक संतप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की. राज्यपाल ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की है.
सीएम साय ने भी जताया गहरा शोक
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों की ओर से किए गए कायरतापूर्ण आईईडी विस्फोट में एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे जी के शहीद होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह अत्यंत ही दुखद है. मैं उनकी शहादत को नमन करता हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कायराना हमले में कुछ अन्य अधिकारी और जवानों के भी घायल होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं.
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घायल जवानों से मिलते सीएम विष्णुदेव साय.
Photo Credit: Nilesh Tripathi
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सुकमा जिले के कोंटा में हुए नक्सली हमले में घायल हुए जवानों का हालचाल जानने के लिए सोमवार को रामकृष्ण अस्पताल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घायल जवानों से मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने डॉक्टरों से घायलों के इलाज और स्वास्थ्य सुविधा की जानकारी ली. साथी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी घायल जवानों के इलाज में कोई कोताही न हो.
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