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हाई टेंशन तारों के टूटने पर अब नो टेंशन ! रायपुर NIT ने तैयार की जान बचाने वाली डिवाइस

बारिश या फिर किसी वजह से बिजली के तार टूटने से इंसानी जान माल के नुक़सान के साथ जानवरों की मौत की खबर हमें अक्सर सुनने को मिल जाती है. लेकिन अब इससे निजात मिल सकती है क्योंकि रायपुर NIT के असिस्टेंट प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर्स ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो बिजली का तार टूटते ही सेकंड के 100 वें हिस्से में ही बिजली सप्लाई रोक देगी.

हाई टेंशन तारों के टूटने पर अब नो टेंशन ! रायपुर NIT ने तैयार की जान बचाने वाली डिवाइस

Chhattisgarh News: महीने भर पहले भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में डॉ उपेन्द्र नाम के शख्स अपनी बाइक से बिजली की टूटी तार हटाने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें करंट का तेज झटका लगा और उनकी मौत हो गई. दरअसल  बारिश या फिर किसी वजह से बिजली के तार टूटने से इंसानी जान माल के नुक़सान के साथ जानवरों की मौत की खबर हमें अक्सर सुनने को मिल जाती है. लेकिन अब इससे निजात मिल सकती है क्योंकि रायपुर NIT (Raipur NIT) के असिस्टेंट प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर्स ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो बिजली का तार टूटते ही सेकंड के 100 वें हिस्से में ही बिजली सप्लाई (Power Supply) रोक देगी. यानी ये डिवाइस पहले तैयार हो जाती तो डॉ उपेन्द्र और उन जैसे हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती थी. क्या है ये डिवाइस और ये कैसे काम करती इसे जान लेते हैं. 

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इस डिवाइस को बनाने का आइडिया सबसे पहले NIT रायपुर की असिस्टेंट प्रोफेसर  डॉ मोनालिसा बिस्वाल को आया. वे बताती हैं कि हमने अक्सर देखा है कि तेज हवा और बारिश में बिजली के तार टूट जाते हैं तो कभी- कभी बिजली की सप्लाई रूकती नहीं है. बिजली सप्लाई जारी रहती है और लोगों को इसका पता नहीं चल पता है जिससे वे हादसे का शिकार होते हैं. कोरोना के समय साल 2020 में मेरे मेरे घर के सामने बिजली का तार टूट गया लेकिन उसमें बिजली सप्लाई जारी थी. मैंने बिजली विभाग को कॉल किया तो फिर उसके कर्मचारी आए और लाइन को ड्रिप किया.

इसी दौरान मैंने सोचा कि क्यों न एक प्रोटोटाइप डिवाइस बनाई जाए जो ऐसे हादसे होते ही तुरंत ही बिजली काट दे. इसी सोच के तहत मैंने और मेरे स्कॉलर्स ने इस डिवाइस को बनाया. ये डिवाइस काफी कम खर्च पर तैयार हुआ है. जो साधारण स्मार्ट मीटर आते हैं उसी में हम इस अल्गोरिथम को इम्प्लेमेंट कर सकते हैं. रिसर्च स्कॉलर फनिधर देवांगन बताते हैं कि इस डिवाइस को चार साल की मेहनत के बाद तैयार किया गया है. इस डिवाइस को हम जहां भी इन्स्टॉल करेंगे उसके आगे की तार टूटने पर ये डिवाइस तुरंत ही बिजली की सप्लाई रोक देगा. जाहिर है ये डिवाइस बड़े काम की साबित हो सकती है. जानकार बताते हैं कि सरकार चाहे तो इस इनोवेशन का उपयोग करके लोगों की जान और माल के नुकसान को रोक सकती है. इस डिवाइस को लगाने के लिए पैसे की ज्यादा जरुरत नहीं पड़ेगी सिर्फ सरकार में बैठे लोगों की इच्छा शक्ति से ही काम हो जायेगा. 

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