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Farmers in Problem: किसानों का प्रदर्शन, सिंगरौली सहकारी समिति में खाद-बीज वितरण को लेकर जमकर हंगामा

Farmers in Chhattisgarh: एमसीबी जिले के भरतपुर में किसान परेशान है. खाद और बीच के मामले को लेकर किसानों ने सिंगरौली सरकारी समिति में जमकर हंगामा किया है.

Farmers in Problem: किसानों का प्रदर्शन, सिंगरौली सहकारी समिति में खाद-बीज वितरण को लेकर जमकर हंगामा
भरतपुर में किसानों ने अपनी मांग को लेकर किया प्रदर्शन

MCB News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कई किसान लगातार परेशानी का सामना कर रहे है. एमसीबी जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र सिंगरौली में स्थित आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में शनिवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ, जब सैकड़ों किसान खाद और बीज की किल्लत से परेशान होकर समिति कार्यालय पहुंच गए और जोरदार प्रदर्शन किया. धान की रोपाई का मौसम शुरू हो चुका है, ऐसे में किसानों को खाद-बीज की तत्काल आवश्यकता है, लेकिन किसानों का आरोप है कि केंद्र में खाद उपलब्ध होने के बावजूद उन्हें नहीं दी जा रही है. इससे उनकी खेती पिछड़ रही है और उत्पादन पर असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है.

सहकारी समिति के सामने किसानों का प्रदर्शन

सहकारी समिति के सामने किसानों का प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने समिति प्रबंधक रमाकांत पांडेय पर गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना है कि समिति में भरपूर मात्रा में खाद मौजूद है, फिर भी उन्हें रोजाना घंटों कतार में खड़े रहने के बावजूद खाद नहीं दी जा रही. प्रबंधक तरह-तरह के बहाने बनाकर टालमटोल करता है, जिससे उनका कीमती समय और मेहनत दोनों बर्बाद हो रहे हैं.

अधिकारियों ने की जांच

हंगामे की जानकारी मिलते ही भरतपुर तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. उन्होंने जब खाद भंडारण की जांच की तो 90 बोरी इफ्को खाद कम पाई गई. प्रशासनिक पूछताछ में प्रबंधक रमाकांत पांडेय ने स्वीकार किया कि यह खाद डोम्हरा और सिंगरौली के तीन बड़े किसानों को अग्रिम रूप से दी गई है. इस बयान के बाद मौके पर पंचनामा तैयार किया गया और अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पुराने आरोप फिर आए सामने

किसानों ने यह भी बताया कि वर्तमान प्रबंधक रमाकांत पांडेय जब कोटाडोल सहकारी समिति में पदस्थ था, तब भी उसके खिलाफ कई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतें हुई थीं. किसानों के नाम पर फर्जी ऋण निकालना, व्यापारियों का धान किसानों के नाम पर खरीदना जैसे मामले सामने आए थे. कोटाडोल थाना और जिला प्रशासन को कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.

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प्रबंधक का पक्ष

प्रबंधक रमाकांत पांडेय ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 90 बोरी इफ्को खाद ग्राम डोम्हरा और सिंगरौली के तीन किसानों की अग्रिम मांग पर दी गई है. इसमें कोई अनियमितता नहीं है.

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