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Rain Disease: बारिश के साथ बढ़ा मलेरिया का कहर, लचर व्यवस्था से बिगड़ रहे हालात

Monsoon in Chhattisgarh: बिलासपुर जिले में पिछले एक महीने में 17 मलेरिया के मरीज सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर जांच जरूरी कर रही है, लेकिन लोगों में संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रही है.

Rain Disease: बारिश के साथ बढ़ा मलेरिया का कहर, लचर व्यवस्था से बिगड़ रहे हालात
बिलासपुर में लोगों में तेजी से फैल रहा मलेरिया का संक्रमण

Monsoon Diseases: छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश (MP and CG) में लगातार हो रही बारिश के कारण लोग बहुत परेशान हैं. लोगों को कई तरह की बीमारी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही, आम जीवन भी अस्त-व्यस्त है. बिलासपुर (Bilaspur) जिले में बारिश शुरू होते ही मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया है. बीते एक महीने में 17 मलेरिया के मरीज सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीमें गांवों में सर्वे कर रही हैं, लेकिन दवाओं की कमी, पुरानी मच्छरदानियों की अप्रभावशीलता और बजट अभाव से हालात बिगड़ रहे हैं.

लोगों के बीच बढ़ रहा मलेरिया का संक्रमण

लोगों के बीच बढ़ रहा मलेरिया का संक्रमण

सैंपल जांच का काम ठप

बिलासपुर में पुराने सरकारी भवन में स्थित मलेरिया कार्यालय में सैंपल जांच का काम ठप है. इसके कारण समय पर संक्रमण की पहचान नहीं हो रही है और लोगों में संक्रमण फैलता जा रहा है. कोटा ब्लॉक के कुरदर, बेलगहना, खोंगसरा जैसे दर्जनों गांवों को मलेरिया का अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है. 2024 में करवा गांव में दो भाइयों की इससे मौत भी हो चुकी है. स्वास्थ्य कर्मियों को सर्वे के लिए दी गई 6 बाइकें सालों से बंद कमरे में सड़ रही हैं और बाइक एम्बुलेंस सेवा भी दो महीने से बंद है.

जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कही ये बात

बिलासपुर जिले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर शुभा गरेवाल ने जानकारी देते हुए कहा, "बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र में जो अति संवेदनशील क्षेत्र माना है, वहां 17 मलेरिया के मरीज मिले थे. इनका इलाज लगभग पूरा हो चुका है. इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जा कर लोगों की जांच कर रहे हैं. जिन परिवारों के पास मच्छरदानी है, उन मच्छरदानियों को मेडिकेटेड करके स्वास्थ्य विभाग वापस कर रही है. लेकिन, विभाग की ओर से मच्छरदानी वितरण नहीं किया जा रहा."

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मलेरिया होने पर क्या करें ?

बरसात के मौसम में, खासतौर से मॉनसून में डेंगू और मलेरिया जैसी बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है. वैसे तो मलेरिया को घर पर पूरी तरह से ठीक करने का कोई उपाय नहीं है, लेकिन मलेरिया होने पर आप इन चीजों को घर पर करके इसके संक्रमण को बढ़ने से कुछ हद तक बचा सकते हैं.

हाइड्रेटेड रहें : बुखार और पसीने से होने वाले निर्जलीकरण से बचने के लिए पानी, फलों के रस, नारियल पानी या ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन जैसे तरल पदार्थों का खूब सेवन करें.

शरीर को दें आराम : मलेरिया होने पर बाहर जाने से बचे और घर पर रहकर ज्यादा से ज्यादा आराम को प्राथमिकता दें. अपने शरीर को स्वस्थ होने देने के लिए ज़ोरदार गतिविधियों से बचें.

पर्याप्त पोषण बनाए रखें : अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने और खोए हुए विटामिन और खनिजों की पूर्ति के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार पर ध्यान दें.

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