
Rahul Gandhi in Chhattisgarh: कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार (Union Government of India) पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि देश में केवल कुछ ही लोगों को मौजूदा ‘व्यवस्था' से फायदा हो रहा है, जबकि दूसरे लोग करों का भुगतान कर रहे हैं, लेकिन भूख से उनकी जान जा रही है.
अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के तहत छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर में रामगढ़ चौक पर एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि अगर लोग किसी चीज के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो उन्हें ईडी, सीबीआई और आईटी की कार्रवाइयों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने दावा किया कि इस वक्त देश में हिंसा हो रही है और नफरत फैलाई जा रही है, क्योंकि देश में चौबीसों घंटे लोगों के साथ अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह इस हद तक हो चुका है कि लोग इसके आदी हो गए हैं और अब उन्हें इसका अहसास भी नहीं है.
मौजूदा व्यवस्था से 1000-2000 को ही हो रहा फायदा
राहुल ने कहा कि आप लोगों को दिन में तीन बार खुद से एक सवाल जरूर पूछना चाहिए कि आपको हर दिन देश के कोष से कितना पैसा मिल रहा है? आपके दिन भर के संघर्ष और प्रयासों के बाद आपको कितना रिटर्न मिल रहा है? 10 दिनों में आपको पता चल जाएगा कि एक सिस्टम आपको धोखा दे रहा है और प्रधानमंत्री इसके शीर्ष पर हैं. उन्होंने कहा कि उस व्यवस्था में पिछड़े, दलित और आदिवासी और सामान्य वर्ग के गरीबों की 73 प्रतिशत आबादी में से कोई भी व्यक्ति नहीं है. उस व्यवस्था में 100-200 से लेकर 1000-2000 को फायदा हो रहा है. बाकी लोग सिर्फ देख रहे हैं, भूख से मर रहे हैं और जीएसटी का भुगतान कर रहे हैं. इस मौके पर राहुल गांधी ने बताया कि इसिए उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा' में न्याय शब्द क्यों जोड़ा है.
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राहुल ने उदाहरण देकर भी समझाया
इस बीच उन्होंने एक व्यक्ति को अपने वाहन में बैठने के लिए कहा और बताया कि कैसे लोग कथित तौर पर सिस्टम का खामियाजा भुगत रहे हैं. गांधी ने कहा कि मान लीजिए कि यह शख्स बाजार जाता है और 2-3 लोग उसका बटुआ चुराने का फैसला करते हैं, तो पहला काम क्या होगा? पहला व्यक्ति (चोर) उसका (आदमी का) ध्यान भटका देगा. इस तरह से आपको देश में गुमराह किया जा रहा है. इस बीच दूसरा व्यक्ति आता है और बटुआ चुरा लेता है. जीएसटी और नोटबंदी एक ही हैं. आखिर में शोर मचाने पर तीसरा शख्स (चोर) आपको दो थप्पड़ मारता है. अगर आप असहमति व्यक्त करते हैं, तो सीबीआई, आईटी और ईडी आ जाएगी.
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