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Paddy Scam: धान खरीदी केंद्र में करोड़ों का भ्रष्टाचार, फरार ऑपरेटर ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

Bilaspur News: धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर शासन को करोड़ों का चूना लगाया. इसके बाद अवैध तरीके से करोड़ों के इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया. प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा सदर अपराध पंजीकृत कर विवेचना के दौरान आरोपी तत्कालीन समिति प्रभारी प्रकाश लहरे को गिरफ्तार कर  27 जुलाई को रिमांड में जेल भेजा था.

Paddy Scam: धान खरीदी केंद्र में करोड़ों का भ्रष्टाचार, फरार ऑपरेटर ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

Chhattisgarh News: जिले में धान खरीदी केंद्र में डेढ़ करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में पचपेड़ी पुलिस (Chhattisgarh Police) को सहयोगी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. दरअसल, मस्तूरी ब्लॉक के सेवा सहकारी समिति गोड़ाडीह के प्रबंधक और कर्मचारियों ने मिलाकर एक करोड़ 53 लाख 45 हज़ार रुपये के 4950.21 क्विंटल धान का गबन कर दिया था. पुलिस ने इस मामले में शामिल एक सहयोगी ऑपरेटर को बुधवार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.

सेवा सहकारी समिति गोड़ाडीह में

धान की कमी होने की जानकारी पर सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक देवदत्त साहू ने पचपेड़ी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया था. पुलिस इस मामले में शामिल फरार आरोपियों की तलाश में जुटी थी. आखिरकार पुलिस ने करोड़ों के धान गबन में सहयोगी आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.

सहकारी समिति मर्यादित गोड़ाडीह प्र. क्र. 575 में खरीफ विपणन वर्ष 2023 / 2024 में लगभग 62650 क्विंटल धान खरीद की गई थी . जिसमें से लगभग 56000 क्विंटल धान का परिदान मिलर को किया गया. दिनांक 16.06.24 की स्थिति में 5955 क्विंटल धान समिति के पास ऑनलाइन रिकॉर्ड के मुताबिक होना चाहिए, लेकिन मौके पर भौतिक सत्यापन करने पर 1005 क्विंटल धान ही मिला. शेष 4950.21 क्विंटल धान की कमी पाई गई. आरोप है कि समिति प्रबंधन प्रकाश लहरे और डाटा एंट्री ऑपरेटर योगेश कुमार लहरे ने मिलीभगत कर 4950.21 क्विंटल धान का गबन कर दिया. जिसकी प्रति क्विंटल कीमत 3100 रुपये है. इसके अुसार कुल घायब धान की कीमत एक करोड़ 53 लाख 45 हजार 651 रुपये हैं.

गबन का मुख्य आरोपी

धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर शासन को करोड़ों का चूना लगाया. इसके बाद अवैध तरीके से करोड़ों के इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया. प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा सदर अपराध पंजीकृत कर विवेचना के दौरान आरोपी तत्कालीन समिति प्रभारी प्रकाश लहरे को गिरफ्तार कर  27 जुलाई को रिमांड में जेल भेजा था.

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अब फरार आरोपी ऑपरेटर भी चढ़ा हत्थे

सह आरोपी डाटा एंट्री ऑपरेटर योगेश कुमार लहरे  घटना के बाद से फरार था. पुलिस अधीक्षक बिलासपुर  रजनेश सिंह के निर्देशन में लगातार आरोपी की पतासाजी की जा रही थी. आरोपी योगेश कुमार लहरे पिता पूरीराम लहरे 36 साल निवासी ग्राम गोराडीह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपी प्रकाश लहरे के द्वारा मार्केट में बिचौलिए को अवैध रूप से बेचे गए धान के बारे में और मिलर को डीओ कम करने के लिए दिए गए रकम के बारे में जानकारी होने की बात कबूल कर ली है. इस प्रकार आरोपी योगेश लहरे के द्वारा मुख्य आरोपी प्रकाश लहरे को सहयोग करना पाया गया है. आरोपी के खिलाफ अपराध धारा सबूत पाए जाने पर फरार आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर बिलासपुर न्यायालय भेजा गया. इसके साथ ही मिलर और दूसरे अवैध धान खरीदने वाले के खिलाफ जांच की जा रही है.

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