
Balrampur Teacher: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर जिले में NDTV की खबर का बड़ा असर हुआ है. छात्र को थप्पड़ मारने के मामले की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद पूरे मामले में संभागीय संयुक्त शिक्षा संचालक विभाग (Joint Director of Education Department) के द्वारा संज्ञान लेते हुए थप्पड़ बाज शिक्षक चक्रधारी सिंह आयाम के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है. फिलहाल अन्य दोषियों पर जांच की जा रही है.
9वीं के छात्र को जड़ा था थप्पड़
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पण्डरी का है. जहां शिक्षक चक्रधारी सिंह आयाम के द्वारा नवमी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र रितेश कुमार को शर्ट का आस्तीन मोड़कर क्लास रूम में आने की बात पर आग बबूला होते हुए छात्र के गाल में थप्पड़ जड़ दिया था. इसके बाद छात्र के कान में तेज दर्द होने लगा. छात्र घर पहुंच कर पूरी बात अपने परिजनों से बताई. परिजन सारी बात को सुनकर काफी ज्यादा आक्रोशित हो गए. वहीं, पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंची, तो तत्काल बेहतर इलाज के लिए छात्र को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया था, जहां छात्र का इलाज चल रहा है.

थप्पड़ मारने के मामले में शिक्षक हुए निलंबित
डॉक्टर ने दी थी कान फटने की जानकारी
छात्र रितेश कुमार को डॉक्टर ने जांच के बाद कान का पर्दा फटने का वजह सामने तेज थप्पड़ मारने से कान का पर्दा फटा बताया. इसके बाद छात्र के परिजन काफी आक्रोश में आ गए और पूरे मामले की शिकायत संभागीय संयुक्त शिक्षा संचालक सरगुजा और जिले के कलेक्टर से की थी. जिसके बाद शिक्षक के ऊपर जहां टीम गठित कर प्राथमिक जांच के निर्देश दिए गए थे. जांच के उपरांत शिक्षक चक्रधारी सिंह दोषी पाए गए. इसके बाद जांच रिपोर्ट पेश की गई थी जिस पर संज्ञान लेते हुए संभागीय संयुक्त शिक्षा संचालक ने शिक्षक चक्रधारी सिंह को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से विलंबित करते हुए विकासखंड शिक्षा कार्यालय शंकरगढ़ में अटैच कर दिया गया.
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शिक्षक को किया गया निलंबित
पूरे घटनाक्रम में प्राथमिक जांच के उपरांत शिक्षक चक्रधारी सिंह आयाम के दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की गई. साथ ही संभागीय संयुक्त शिक्षा संचालक सरगुजा की तरफ से मामले में जांच टीम को सख्त निर्देश दिया गया कि जिस वक्त मामला हुआ उस वक्त वहां पर स्कूल में अन्य शिक्षकों की उपस्थिति थी या नहीं उन पर भी प्रमुखता से जांच कर तत्काल जांच प्रतिवेदन मांगी है. इतना ही नहीं, जांच पर दोषी पाए जाने पर जल्द ही उनके विरुद्ध भी कार्रवाई करने की बात कही है.
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