Naxal Attack in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर (Balrampur) जिले में रविवार को एक बड़ी नक्सली साजिश को सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों ने नाकाम कर दिया. नक्सलियों (Naxalites) ने पगडंडी रास्ते पर सीआरपीएफ कैंप के जवानों को घात लगा कर मारने के लिए करीब 4 किलो का IED बम लगाया था, जिसे जवानों ने सर्चिंग कर डिफ्यूज कर दिया. इसके साथ ही क्षेत्र में आसपास सर्चिंग अभियान जारी है. मामले पर नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक जिले के सामरी पाठ थाना क्षेत्र से लगे चुनचुना पुनदाग क्षेत्र में सुरक्षा बलों का कैंप है, जिससे थोड़ी ही दूरी पर सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंशा से नक्सलियों ने सड़क किनारे एक IED बम लगाया गया था, जिसकी सूचना मुखबिर ने तत्काल सामरी पाठ पुलिस को दी, सूचना के आधार पर तत्काल बीडीएस की टीम मौके पर पहुंची और सर्चिंग शुरू कर दी. सर्चिंग के दौरान ही टीम को एक टिफिन IED बरामद हुआ, जिसे सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया गया. वहीं, क्षेत्र में सर्चिंग जारी है.
निशाने पर थे सुरक्षाबल
दरअसल, सामरी पाठ थाना क्षेत्र लगे चुनचुना पुंदाग और सुबह काफी लंबे समय से नक्सलियों का दंश झेल चुका है. ऐसे में नक्सलियों का सफाया करने के लिए जिले में पुलिस विभाग ने सीआरपीएफ कैंप स्थापित किया गया है. यहां से लगातार नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है. इसकी वजह से नक्सली इस इलाके से भाग खड़े हुए. हालांकि, नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचना और आईडी टिफिन बम लगाने के प्रयास लगातार की जा रही है. इसी कड़ी में सुरक्षा बलों रविवार को बड़ी सफलता हाथ लगी.
घोर नक्सल क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ से लगा है यह इलाका
बलरामपुर जिले और झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र पर स्थित बूढ़ा पहाड़ जो पिछले कई दशकों से नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है. नक्सली इस इलाके में इस तरह अपना खौफ जमा कर रखे थे कि लोगों का दिन में भी घर से निकलना दूबर था. पूर्व में भी नक्सलियों ने इस क्षेत्र में कई नक्सली वारदात को अंजाम दे चुके हैं. हालांकि, सुरक्षा बल कैंप बनते ही इस क्षेत्र से नक्सली मूवमेंट लगभग समाप्त होने लगी है.
यह भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में खतरे में वन्य जीव ! तेंदुए की रहस्यमयी मौत ने सुरक्षा पर फिर खड़े किए सवाल ?
नक्सल ऑपरेशन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ये कहा
पूरे मामले को लेकर जिले के नक्सल ऑपरेशन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि आईईडी बम लगे होने की जहां तत्काल बीडीएस की टीम पहुंची और सुरक्षित तरीके से बम को डिफ्यूज कर दिया. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ कैंप से थोड़ी ही दूरी पर यह बम लगाया गया था. फिलहाल, नक्सलियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध की जा रही है. इसके साथ ही सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क है और लगातार सर्चिंग अभियान जारी है.
यह भी पढ़ें- सरकार के लोग चलाते हैं महादेव सट्टा ऐप, नेता प्रतिपक्ष महंत का सनसनीखेज आरोप