
Chhattisgarh Mohara Punni Fair : छत्तीसगढ़ के 'मोहारा पुन्नी मेले' का इतिहास एक नहीं करीब 100 साल पुराना है. राजनांदगांव शहर से लगे मोहारा शिवनाथ नदी के तट पर हर वर्ष मोहारा पुन्नी मेला लगता है. इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. लगभग 100 सालों से अधिक समय से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है,जहां कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर इस मेले का आयोजन होता है. ये मेला तीन दिनों तक लगेगा.
भगवान शंकर की पूजा से शुरू होगा ये मेला
14 नवंबर से इस मेले की शुरुआत की जाएगी. इस बीच शिवनाथ नदी तट पर भगवान शिव के मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाएगी. मेले को लेकर झूले और अन्य सामग्रियों के स्टाल लगाए जा रहे हैं,जिसे देखने हजारों की संख्या में छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र के लोग यहां पहुंचते हैं. मेले का आनंद लेते हैं.
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'यह मेला रियासतकाल से चला आ रहा'
वहीं, इसको लेकर समिति के सदस्य राकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि शिवनाथ तट क्षेत्रीय विकास समिति के द्वारा तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला रियासतकाल से चला आ रहा है. मेले में विभिन्न आयोजन किए जाते हैं. यह मेला ग्रामीण अंचल और शहरी क्षेत्र के निवासियों के लिए मिला-जुला मेला होता है. 21 दिन पहले से मेले की तैयारी शुरू कर दी गई. यह मेला रियासतकाल से चला रहा है, जहां बड़ी संख्या में दूर-दूर से लोग इस मेले को देखने पहुंचते हैं.
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